Delhi-Leh: हिमाचल सड़क परिवहन निगम ने आठ महीने बाद दिल्ली-लेह बस सेवा शुरू कर दिया, लेह जाने वाली बस केलॉन्ग पहुंची, बस को लगभग एक हजार किलोमीटर की दूरी तय करने में करीब 30-32 घंटे लगते हैं।
बस के मुसाफिरों ने कहा कि उन्होंने इस सफर के लिए खास योजना बनाई थी, यह बस देश की कुछ सबसे ऊंची जगहों से होकर गुजरती है। कई पहाड़ों और दर्रों को पार करती है। सफर के दौरान बस के मुसाफिरों को अद्भुत रोमांच होता है, बस यात्रा के लिए ऑफलाइन के साथ-साथ एचआरटीसी वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग भी होती है।
हिमाचल सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक आयुष उपाध्याय ने कहा कि “जो हमारी एचआरटीसी की सेकेंड लॉन्गेस्ट बस सर्विस है, जोकि दिल्ली से 12:10 पर चलेगी। और यहां पर इसका पांच से साढ़े पांच के बीच में इसका डिपार्चर रहेगा। और इसके ड्राइवर और कंडक्टर्स को भी यहां पर हम चेंज करते हैं, ताकि पब्लिक को और पैसेंजर्स को कोई इनकंविनियंस न हो आगे के लिए। यहां से इसका किराया लगभग 1800 के आसपास रहेगा। लास्ट ईयर इसको हमने 12 अक्टूबर तक चलाया था। इस बार देखते हैं, मौसम अगर हमारे फेवर में रहता है, तो इस बार हम इसके ड्यूरेशन को एक्सटेंड करेंगे।”
नरेंद्र, कंडक्टर, दिल्ली-लेह बस “आज इसका पहला दिन है। आठ-नौ महीने के बाद चल रही है। और काफी उत्साहित होते हैं इस रूट पर चलने के लिए। तो बहुत खुशी की बात है कि आज इतने टाइम के बाद लेह के लिए बस शुरू हुई है।और सबमें उत्साह भरा हुआ है।
इसमें चार-पांच पासेज हैं। जैसे, बारालाचा पास, अन्नकिला पास, तांगलांग ला। ये बहुत फेमस है। तांगलांग ला दुनिया का 12वां हाईयेस्ट पास है। तो बहुत ही खुशी की बात है, आज इतने समय बाद चला है। इसकी बुकिंग ऑनलाइन भी है और ऑफलाइन तो यहीं से होती है। जैसे, सीट वगैरह बची हो। बाकी ऑनलाइन दिल्ली से भी कर सकते हैं आप। घर बैठे भी कर सकते हैं। www.hrtc.com. पे।”
आशीष शर्मा, चंबा का यात्री “मैं बहुत एक्साइटेड हूं। मेरा फर्स्ट टाइम है कि मैं लेह जा रहा हूं। कभी सोचा था कि जिंदगी में लेह जाउंगा। तो आज जब मुझे पता चला कि आज 12 तारीख से बस स्टार्ट होगी तो फिर मैं एकदम से अपना प्रोग्राम सारे कैंसिल करके लेह के लिए प्रोग्राम बना लिया।”
“मैं अपने आपको बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि पहले एक साल बाद शुरू हुआ है। जाने का मौका मिल रहा है। ये तो ड्रीम था। ड्रीम कम ट्रू है। मेरे दोस्त आए थे। बहुत दूर। कोलकाता से आए। इस बस में जाने के लिए। हम तो सस्ते ट्रैवल टूरिस्ट हैं। मैंने ऑनलाइन से ही पता करी। आगे साल में देखा था। तय कर लिया था कि इस साल जाना ही जाना है और आ गया।”