Delhi: वित्त मंत्रालय अगले वित्त वर्ष के लिए अपनी समीक्षा बैठकों का दौर 10 अक्टूबर से शुरू करेगा, वित्त मंत्रालय इस दौरान छह मंत्रालयों और विभागों की बजट से पहले समीक्षा करेगा।
इनमें मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी के साथ मिनिस्ट्री ऑफ स्कील डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप भी शामिल होंगे, इन समीक्षा बैठकों का सिलसिला 10 अक्टूबर से शुरू, जो 11 नवंबर तक चलेगा।
इसका समापन रेल मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की समीक्षा के साथ होगा, इस दौरान अगले वित्त वर्ष के लिए बजट को तय करने के साथ चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमानों को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।
वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज करने से जुड़े सुधारों और रोजगार बढ़ाने के लिए जरूरी कदमों पर खास ध्यान दिए जाने की संभावना है, ये नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ से जारी बजट सर्कुलर 2025-26 के मुताबिक, व्यय सचिव की अध्यक्षता में होने वाली इन बजट-पूर्व बैठकों का सिलसिला अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में शुरू होगा।
वित्तीय सलाहकारों को सुनिश्चित करना होगा कि केंद्रीय बजट सूचना प्रणाली (यूबीआईएस) में सात अक्टूबर, 2024 तक जरूरी ब्योरे ठीक ढंग से दर्ज हो जाएं। बजट से पहले बैठकें पूरी होने के बाद 2025-26 के बजट अनुमानों को अस्थायी रूप से अंतिम रूप दिया जाएगा।
चालू वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में मौजूदा कीमतों के आधार पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10.5 फीसदी वृद्धि का अनुमान लगाया गया है, जबकि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.9 फीसदी आंका गया है।