BSF jawan: पाकिस्तान की हिरासत से रिहा किए गए सीमा सुरक्षा बल के जवान पूर्णम कुमार साहू के परिवार ने उनकी सुरक्षित वापसी पक्की करने के लिए केंद्र सरकार और बीएसएफ के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।
पूर्णम कुमार साहू के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि ‘‘हम बेहद खुश हैं। हम उन्हें सुरक्षित वापस लाने के केंद्र सरकार और बीएसएफ अधिकारियों के प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। पिछले दो सप्ताह हमारे लिए अनिश्चितता से भरे रहे और हम सो नहीं सके। हम उनकी कुशलक्षेम को लेकर चिंतित थे।’’
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्थापित प्रोटोकॉल के तहत शांतिपूर्ण तरीके से ये प्रक्रिया हुई। पूर्णम कुमार साहू को पाकिस्तान रेंजर्स ने पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से पकड़ा था। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने शॉ को पंजाब में अटारी-वाघा सीमा पर भारत के सुपुर्द कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि जवान की मेडिकल जांच की जाएगी उसके बाद ‘काउंसलिंग’ और ‘डिब्रीफिंग’ सत्र होगा जहां बीएसएफ के अधिकारी उनसे 21 दिनों की हिरासत से जुड़े सवाल पूछेंगे। उन्होंने बताया कि 24वीं बीएसएफ बटालियन के इस जवान को सक्रिय ड्यूटी में शामिल नहीं किया जाएगा और वे बीएसएफ की पंजाब फ्रंटियर द्वारा गठित आधिकारिक जांच में शामिल होंगे, ताकि रेंजर्स द्वारा उन्हें पकड़े जाने के क्रम की जांच की जा सके और अगर कोई चूक हुई हो तो उसका पता लगाया जा सके।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बीएसएफ के जवान को वापस लाने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
मजूमदार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर ये साबित करने के लिए हार्दिक धन्यवाद कि आपके मजबूत और निर्णायक नेतृत्व में कोई भी भारतीय कभी पीछे नहीं छूटता। 23 अप्रैल से पाकिस्तान की हिरासत में रहे बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार साहू की सुरक्षित वापसी सिर्फ राहत का क्षण नहीं है ये भारत के संकल्प, कूटनीति और राष्ट्रीय गौरव की जीत है।’’
मजूमदार ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान के प्रति आपकी निरंतर प्रतिबद्धता ने हमारे बहादुर सैनिकों के लिए न्याय और सम्मान सुनिश्चित किया है। भारत माता की जय! जय हिंद! मोदी है तो मुमकिन है!’’ तृणमूल कांग्रेस ने भी बीएसएफ के जवान की वापसी का स्वागत किया और कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई बार व्यक्तिगत रूप से पूर्णम कुमार साहू की पत्नी से संपर्क किया था।
पार्टी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आखिरकार घर आ गए। कई दिनों की चिंता और अनिश्चितता के बाद बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साहू घर आ रहे हैं। ममता बनर्जी ने व्यक्तिगत रूप से कई बार उनकी पत्नी से संपर्क किया, इस कठिन समय में उन्हें आश्वासन और समर्थन दिया। हम पूर्णम कुमार साहू के उस आघात से पूरी तरह उबरने की कामना करते हैं जो उन्होंने झेला है और उम्मीद करते हैं कि उन्हें अपने प्रियजनों के बीच सुकून मिलेगा।’’
पूर्णम कुमार साहू की पत्नी रजनी पिछले महीने बीएसएफ अधिकारियों से मिलने और उनकी हालत के बारे में जानकारी लेने के लिए पठानकोट और फिरोजपुर गई थीं। पूर्णम कुमार साहू की मां देवंती देवी ने कहा कि “बहुत अच्छा लगता है। बहुत खुशी की बात है। साढ़े नौ बजे हमें पता चला इस बारे में, हम उसे बढ़िया खाना खिलाएंगे। उसे दाल-चावल, चिकन और मछली खाना बहुत पसंद है। सबसे पहले हम उसका स्वागत मिठाई (खीर और पूरी) से करेंगे।”