Assam: असम में बाढ़ से हालत बदतर हो गए, 23 जिलों में 11 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं, आधिकारिक बुलेटिन में इसके बारे में जानकारी दी गई। इस साल बाढ़, लैंडस्लाइड और तूफान में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है।
असम के होजाई जिले में बाढ़ की वजह से एक पुल ढह गया। लोगों ने सरकार से हरसंभव मदद की गुहार लगाई है। रिपोर्ट के मुताबिक बारपेटा, बिस्वनाथ, कछार, चराईदेव, चिरांग, दारंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, तामुलपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी जिलों में बाढ़ की वजह से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
असम में बोरसोला के विधायक गणेश कुमार लिंबू ने ढेकियाजुली में बाढ़ प्रभावित इलाको का जायजा लिया। उनके मुताबिक वहां के एक हजार से लोगों पर बाढ का असर पड़ा है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर लखीमपुर में पड़ा है। यहां 1.65 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं। इसके बाद दारंग में 1.47 लाख और गोलाघाट में करीब एक लाख लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं।
प्रशासन 21 जिलों में 489 रिलीफ कैंप और रिलीफ डिस्ट्रीब्यून सेंटर चला रहा है। यहां 2,86,776 लोग शरण लिए हुए हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से नागरिक प्रशासन, एसडीआरएफ, आपातकालीन सेवाओं और वायु सेना ने करीब 2,850 लोगों को बचाया है।
प्राधिकरण ने पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ पीड़ितों के बीच 10,754.98 क्विंटल चावल, 1,958.89 क्विंटल दाल, 554.91 क्विंटल नमक और 23,061.44 लीटर सरसों का तेल बांटा है। फिलहाल 2,208 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 42,476.18 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है।
कई जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और दूसरे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट, तेजपुर, गुवाहाटी और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। निवासियों का कहना है कि “हम बढ़ते जलस्तर की वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है, हम सरकार और जिला प्रशासन से आग्रह करते हैं कि वे हमारी हर संभव तरीके से हमारी मदद करें।”