Ujjain: मध्य प्रदेश में उज्जैन के मशहूर महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अगले दिन ‘सेहरा’ दर्शन होता है, बड़ी संख्या में भक्त सेहरा दर्शन के लिए पहुंचे।
इस आयोजन में भगवान महाकालेश्वर के सिर पर फूल मालाएं बांधी जाती हैं, जिसे सेहरा कहते हैं। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश पुजारी ने कहा कि “वर्ष में एक मर्तबा जो भस्म आरती चार बजे प्रात:काल होती है, वो दोपहर में होगी। ये भी परिवर्तन करने का अधिकार किसी को है, तो वो भगवान महाकालेश्वर को ही था, क्योंकि आज राजा का स्वरूप उनका है।
इसलिए उस प्रथा को उन्होंने परिवर्तन किया कि मेरी जो भस्म आरती होती है, जिसमें मैं भस्म लगाता हूं, वो भस्म धारण मैं आज दोपहर में करूंगा। आज मैं पूर्ण रूप से राजा के स्वरूप में दर्शन दूंगा भक्तों को। तो ये भगवान महाकाल की महिमा है। ये महाकाल की कृपा है। इसलिए आज भगवान का सेहरा दर्शन भगवान का सभी भक्तों को हो रहा है।”
मंदिर में साल में एक बार भस्म आरती दोपहर 12 बजे की जाती है। इस दौरान भक्त भगवान महाकाल को भोग के रूप में फल, मिठाइयां और दूसरे पवित्र सामान चढ़ाते हैं।