Shiv Sena: महीनों से जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने 15 जनवरी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव से पहले अपनी पार्टियों के गठबंधन की घोषणा की।
राज ठाकरे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के संबोधन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि दो दल साथ रहने के लिए एकसाथ आए हैं। दोनों ने कहा कि वे ‘मराठी मानुष’ और महाराष्ट्र के हित के लिए एकजुट हुए हैं। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे दोनों चचेरे भाई हैं।
उद्धव ने कहा कि उनके दादा प्रबोधनकर ठाकरे एक समाज सुधारक और लेखक थे। वह संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उनके पिता बाल ठाकरे और चाचा श्रीकांत, जो राज ठाकरे के पिता थे, वे भी इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। इन सभी ने यह सुनिश्चित करने में अहम योगदान दिया कि मुंबई राज्य का हिस्सा बना रहे।
राज ठाकरे ने हालांकि बीएमसी चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की। राज ने कहा, ‘‘मुंबई का महापौर मराठी होगा और वह हमारा होगा।’’ उद्धव ने कहा कि दोनों पार्टियों ने नासिक नगर निगम के लिए सीट के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है, जहां 15 जनवरी को चुनाव होने हैं, साथ ही मुंबई और राज्य के 27 अन्य नगर निगमों में भी चुनाव होने हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य नगर निकायों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है। उद्धव ने कहा, ‘‘बीजेपी में जो हो रहा है, उसे सहन न कर पाने वाले हमारे साथ आ सकते हैं।’’ इस संवाददाता सम्मेलन को लेकर अत्यधिक चर्चा थी, जो मुश्किल से 16 मिनट चला और 227 वार्ड वाले बीएमसी में सीट बंटवारे की व्यवस्था पर बिना किसी स्पष्ट घोषणा के समाप्त हो गया।
राज ने अहम बीएमसी चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का विवरण साझा नहीं किया, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ वार्ड में जहां दोनों पार्टियों का प्रभाव है, वहां अब भी बातचीत जारी है। संवाददाता सम्मेलन वर्ली के एक आलीशान होटल में आयोजित किया गया, जो शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे का निर्वाचन क्षेत्र है।
संवाददाता सम्मेलन स्थल की पृष्ठभूमि में लगे बैनर पर अविभाजित शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की तस्वीर और शिवसेना (यूबीटी) तथा एमएनएस के पार्टी चिह्न लगे थे। स्थल पर आने से पहले राज और उद्धव ने शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे की समाधि पर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दोनों राज की गाड़ी में एक साथ सम्मेलन स्थल पहुंचे।
परिवारिक सौहार्द संवाददाता सम्मेलन में भरपूर दिखा, इस दौरान उद्धव की पत्नी रश्मि और पुत्र आदित्य तथा राज की पत्नी शर्मिला और पुत्र अमित भी मौजूद थे। पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) ने 288 में से 20 सीट जीती थीं, जबकि एमएनएस को कोई सफलता नहीं मिली।
दोनों पार्टियां महाराष्ट्र सरकार के स्कूलों में त्रि-भाषा फॉर्मूला लागू करने और हिंदी भाषा ‘‘थोपने’’ के फैसले का विरोध करने के लिए साथ आईं। राज्य सरकार ने कक्षा एक से पांचवी तक के लिए हिंदी के साथ मराठी और अंग्रेजी भाषा को शामिल करने का आदेश वापस ले लिया था, जिसका जश्न मनाने के लिए उन्होंने जुलाई में संयुक्त ‘विजय रैली’ भी आयोजित की थी।