Mumbai: कल्चर, कम्युनिटी और क्रिएटिविटी का संगम काला घोड़ा फेस्टिवल अगले साल जनवरी में मुंबई में होगा, इस खास फेस्टिवल का यह 25वां एडिशन होगा। काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल क्रिएटिविटी, इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और सबको साथ लेकर चलने की कोशिश का जश्न मनाता है, इस आर्ट फेस्टिवल में लोग देश की अलग-अलग कलात्मक अभिव्यक्तियों और सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होते हैं।
साउथ मुंबई के मशहूर काला घोड़ा परिसर और उसके आसपास के इलाके में होने वाले इस आर्ट फेस्टिवल का मकसद लोगों में जागरूकता बढ़ाना, उसे संरक्षित रखना और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक कला को पहुंचाना है। यही वजह है कि शहर के लोग हों या फिर सैलानी, हर कोई इस आर्ट फेस्टिवल की ओर खिंचा चला आता है।
काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल पिछले 25 सालों में एशिया का सबसे बड़ा अलग-अलग विषयों वाला स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल बन गया है। इस फेस्टिवल में विजुअल आर्ट्स, डांस, म्यूजिक, थियेटर, लिटरेचर, सिनेमा, हेरिटेज वॉक, अर्बन डिजाइन एंड आर्किटेक्चर, स्टैंड-अप और फूड जैसी चीजें शामिल हैं।
काला घोड़ा एसोसिएशन चेयरपर्सन बृंदा मिलर ने कहा कि “काला घोड़ा फेस्टिवल का 25वां एडिशन, जो हमारे सिल्वर जुबली ईयर का प्रतीक है, 25 जनवरी को शुरू होगा और दो फरवरी को खत्म होगा। फिलहाल, हम फेस्टिवल और काला घोड़ा एसोसिएशन दोनों के लिए फंड जुटाने पर काम कर रहे हैं।”
चेयरपर्सन बृंदा मिलर ने बताया कि “हम कई नए आकर्षण पेश करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें ‘लाइफस्टाइल’ नामक एक नया सेगमेंट भी शामिल है, जो इस फेस्टिवल की एक खासियत होगा। इस सेगमेंट में फैशन को शामिल किया जाएगा, एक ऐसा एरिया जिसे हमने काला घोड़ा में पहले बहुत ज्यादा एक्सप्लोर नहीं किया। इसमें योग पर चर्चा भी शामिल होगी, यह नजरिया पहले किए गए हमारे कामों से कुछ अलग होगा।”