Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में किसानों ने जमीन की वाजिब कीमत पाने के लिए आंदोलन शुरू किया है। वे भारतीय किसान संघ के बैनर तले विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार ने उनसे सड़क बनाने के लिए जमीन ले ली, लेकिन मुआवजा बाजार से भी कम दर पर दे रही है।
पुलिस का कहना है कि हालात बेकाबू होने से रोकने के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मचारी तैनात किए गए हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार ने जमीन अधिग्रहण का दिशानिर्देश अपडेट नहीं किया है। इस वजह से मुआवजे की दर कम है। उन्होंने जोर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार पाटीदार ने कहा, “आज वर्तमान में जमीन के रेट दो करोड़-तीन करोड़ रुपये बीघा का है और सरकार उसमें मुश्किल से एक करोड़ रुपये हेक्टेयर के पैसे देना चाह रही है। तो उसमें बहुत फर्क है। इसलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं कि या तो उस रोड की, रिंग रोड की आवश्यकता नहीं है। बहुत सारी रोडें बनी हुई हैं, एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। तो रिंग रोड का या तो प्रस्ताव ही कैंसिल कर दें और यदि सरकार को सड़क बनाना ही है, रोड बनाना ही है, तो निश्चित रूप से सरकार किसानों को पर्याप्त भाव जो चल रहा है, उस भाव से पैसे दें और तब जमीन का अधिग्रहण शुरू करें।”
ACP हेमंत चौहान ने बताया, “यहां गंजी कंपाउंड में भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों का धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें संवाद किया गया तो इनके द्वारा जो भूमि अधिग्रहण हुआ है, उसके संबंध में कुछ जो समस्याएं हैं, उसमें शासन से संवाद करने हेतु, ध्यानाकर्षण करने हेतु धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है इन लोगों के द्वारा, ये बताया गया है। इस एहतियातन पुलिस बल की व्यवस्था भी लगाई गई है। लगातार पुलिस और प्रशासन का किसानों से संवाद भी चल रहा है इसमें। स्थिति शांतिपूर्ण है। व्यवस्था है।”