Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में जबलपुर के संतोष नामदेव ‘लंकेश’ या लंका के राजा रावण के नाम से मशहूर हैं, वजह है कि पेशे से दर्जी संतोष नामदेव की राक्षस राजा रावण में गहरी आस्था है। संतोष नामदेव ने अपने बच्चों के नाम रावण के परिवार के नाम पर रखे हैं, उनके एक बेटे का कहना है कि वे अपने पिता के नक्शेकदम पर चलेंगे और रावण की पूजा जारी रखेंगे।
लंकेश की भक्ति का असर उनके दोस्तों और पड़ोसियों पर भी पड़ा है, नवरात्रि के दौरान संतोष भी और लोगों के साथ मिलकर धूमधाम से उत्सव मनाते हैं। रावण की शोभा यात्रा के साथ उत्सव खत्म होता है।
संतोष नामदेव उर्फ ’लंकेश’ का कहना है कि “लंकेश विद्वान भी है, चरित्रवान भी है और धनवान भी है, बलशाली भी है तो हमने सोचा कि हम अपना ईष्ट इन्हीं को बनाए। जब राम ने सम्मान किया। लक्ष्मण जी ने शिक्षा ली। मूर्ति स्थापना की ये हमारी 22वीं वर्ष है और पूजा में 1975 से करता हूं। घर में हमारे मूर्ति रहती है तब ही से, तो मैं घर में पूजा करता हूं।”
इसके साथ ही स्थानीय निवासियों का कहना है कि “हम यही देखते आ रहे हैं कि जो हमारे मोहल्ले के दादा है इनका नाम शुरूआत से ही लंकेश रहा है और इनको हमने सिर्फ और सिर्फ लंकेश की ही पूजा करते देखा है। वो लंकेश के अलावा सिवाय भोलेनाथ के सिवाय किसी की आराधना नहीं करते हैं। उनकी सुबह होती है तो जय लंकेश से होती है और जय लंकेश से ही रात होती है।”