Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूलों में साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वच्छता की पाठशाला’ कार्यक्रम का आयोजन किया, इसमें 102 स्कूलों और 89 आंगनवाड़ी केंद्रों के करीब 13000 बच्चों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री दुर्गा दास उइके, बीजेपी विधायक हेमंत खंडेलवाल और जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी भी मौजूद थे, राज्य सरकार की तरफ से शुरू की गई ‘स्वच्छता की पाठशाला’ का उद्देश्य बच्चों को साफ-सफाई के बारे में जागरूक करना है।
करीब 28 साल से शिक्षक रहे जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके ने बताया कि “मैं पहले शिक्षक हूं और फिर केंद्रीय मंत्री। शिक्षा के बारे में ये भावनाएं लोगों में नहीं आतीं। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने इतने लंबे समय तक इस स्कूल में शिक्षक के तौर पर काम किया।”
इस दौरान विधायक हेमंत खंडेलवाल ने स्कूली बच्चों से अपील की कि वो अपने घरों में प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें। दुर्गा दास उइके, जनजातीय कार्य मंत्रालय की राज्य मंत्री “जब मैं शिक्षक था, तब भी मैं ऐसे ही था और आज केंद्रीय मंत्री हूं। लेकिन शिक्षक पहले हूं। ये शिक्षक का भाव व्यक्ति के जीवन से कभी निकलता नहीं और मैं भाग्यशाली हूं कि इस विद्यालय में इतने वर्ष तक मैं शिक्षक रहा।”
जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि “अभी ‘स्वस्छता और सेवा’ पखवाड़ा है। इसके अलावा जो माननीय प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की अवधारणा है ‘स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत’ उसको देखते हुए माननीय केंद्रीय मंत्री जी, राज्य मंत्री जीत, आरदणीय सभी जन का मार्गदर्शन लेकर हम लोगों ने ‘स्वच्छता की पाठशाला’ का आयोजन कराया है सारे बैलूत शहर में। वो इस बात का प्रतीक है कि ये शहर स्वच्छता की तरफ कदम बढ़ाने के लिए तैयार है और साथ में ये चहुंमुखी तरक्की इस क्षेत्र में लाया जाए।”