Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में इंदौर-इच्छापुर हाइवे के किनारे बना यह ढाबा अपने स्वाद के अलावा और भी चीजों की वजह से सुर्खियों में रहता है।
ढाबे में खास तौर पर चिड़ियों के लिए घोंसलों में सैकड़ों गौरैया रहती हैं, इस ढाबे को चिड़िया वाले ढाबे के नाम से भी जाना जाता है, ढाबे के मालिक और कर्मचारी पक्षियों का पूरा ख्याल रखते हैं।
ढाबा मालिक मुकेश का कहना है कि गौरैया हमेशा उनके ढाबे में बने घोंसलों में लौट आती हैं, इसके अलावा वह ज्यादा से ज्यादा पक्षियों को आसरा देने के इरादे से और भी घोंसले बनाते रहते हैं।
ढाबा मालिक का कहना है कि थोड़े समय पहले गौरैया का एक झुंड आया था छोटा सा, उन्होंने मतलब अपने घोंसले बनाकर रखे थे, तो हमने सोचा कि क्यों ना बांध दिया जाए इन्हें नीचे से तो इनके लिए थोड़ी सी व्यवस्था हो जाए। तो इन्होंने इनके लिए ये घास-फूस डालना शुरु किया। फिर हमने दो बांधे, तीन बांधे और फिर धीरे-धीरे करके सैंकड़ो में हो गए, अधिक संख्या बढ़ती गई।”
इसके साथ ही ढाबे में आने वाले ग्राहकों का कहना है कि बहुत बढ़िया लगता है, इनके लिए व्यवस्था ये है कि चावल डालते हैं इनके लिए, सेव डालते हैं। बाकी जैसे कुछ दाने वगैरह खाते हैं, जैसे नीचे कुछ गिरता है। पानी जैसे कुछ गिरा रहता है, फिर हम कुछ भरकर भी रख देते हैं तो पी लेती हैं।