Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के इंदौर में प्याज की कीमत चार गुना बढ़ गई है, एक पखवाड़े पहले 10 रुपये बिकने वाले प्याज की कीमत अब 40 रुपये किलो तक पहुंच गई है, व्यापारियों के मुताबिक अलग-अलग वजहों से प्याज की पैदावार में कमी हुई है, जिससे दाम बढ़े हैं।
व्यापारियों का कहना है कि एक महीने से ज्यादा समय से पड़ रही तेज गर्मी से गोदामों में रखा प्याज भी खराब हो गया है। इंदौर मंडी में प्याज की थोक दर 28 रुपये प्रति किलो के करीब है, इस मंडी से आसपास के कई जिलों में प्याज सप्लाई होती है। इनमें रतलाम, उज्जैन, देवास और शाजापुर भी शामिल हैं।
खरीदार प्याज के आंसू रो रहे हैं, उनका कहना है कि दाम बढ़ने से घरेलू बजट अस्तव्यस्त हो गया है, प्याज व्यापारियों का कहना है कि मानसून समय पर इंदौर पहुंचा तभी प्याज की फसल को फायदा होगा और कीमतें कम होंगी।
आलू प्याज मंडी अध्यक्ष ओम प्रकाश गर्ग ने कहा कि “इस समय स्टॉक का प्याज आ रहा है। जो किसान अपने घरों में रखता है। जब प्याज की फसल निकली उस समय प्याज के अंदर उत्पादन कम निकला और इस साल प्याज कम लगाया गया इंदौर क्षेत्र में। उसका मुख्य कारण ये था कि जिस समय प्याज का मुख्य पौधा लगाया जाता है उस समय बारिश हो गई और वो पौधा वहां खराब हो गया। इसलिए हमारा अनुमान है कि 30 से 35 परसेंट क्रॉप कम लगी।”
इसके साथ ही कहा कि “तो इसलिए आवक भी कम है, हमेशा हमारे यहां के ऊपर एक लाख पैकेट का मतलब 50 हजार मेट्रिक टन के आस-पास की आवक बनती है। जो इस समय 25 से 30 हजार मेट्रिक टन की आवक बनी हुई है। इसलिए बाजारों में तेजी का रुख देखने को आपको मिल रहा है।”