Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है, राज्य की कई नदियां उफान पर हैं। बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया है, मौसम विभाग ने राज्य के पूर्वी हिस्से में पड़ने वाले मंडला, सिवनी और बालाघाट जिलों के लिए भारी बारिश का रेड एलर्ट जारी किया है।
पिछले 24 घंटों में 27 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई, अधिकारियों ने बताया कि जबलपुर और मंडला जिलों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भूस्खलन के बाद यातायात जाम हो गया। उन्होंने बताया कि भारी बारिश से सिवनी में थावर नदी का स्तर बढ़ गया, जिसके बाद आसपास के इलाकों के संपर्क मार्ग कुछ वक्त के लिए बंद कर दिए गए।
वहीं डिंडोरी कलेक्टर नेहा मारव्या और मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए हैं, सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच जबलपुर में सबसे ज्यादा 72 मिमी बारिश हुई। बैतूल, दतिया, ग्वालियर, हरदा और मुरैना समेत 17 जिलों में भारी बारिश (64.5 मिमी से 115.5 मिमी) के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है।
मौसम विज्ञानी दिव्या ई. सुरेंद्रन ने कहा कि “अभी देखा जाए तो सिमिलर कंडीशन है। सेंट्रल और ईस्ट एमपी में ज्यादा एक्टिविटी है, वेस्ट एमपी में कम एक्टिविटी कंपेरिटिवली मतलब जैसे राजस्थान बॉर्डर और गुजरात बॉर्डर में थोड़ा सा कम है। फिर भी सेंट्रल और ईस्टर्न रीजन में कल भी एलर्ट है।”
जिला होम गार्ड अधिकारी नरेश साहू ने कहा कि “पूरे मांडला क्षेत्र में बारिश की स्थिति बनी हुई है और ऐसे में नर्मदा नदी उसकी सहायक नदी पर बाढ़ की स्थिति बनी है। जिसके कारण हमने पूर्व से ही मांडला क्षे्त्र में, थानों क्षेत्रों में सात डीआरसी यानी आपदा राहत केंद्रों की स्थापना किए थे, जिसमें चार-चार जवानों को हमने तैनात किया है और इसके अलावा हमारे पास रिजर्व में तीन टीमें हैं, सभी उपकरणों के साथ। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना बाढ़ की जानकारी मिलेगी, तत्काल हमारी टीमें यहां से रवाना होंगी।