Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में मौजूद ये अनोखा जहाज के आकार का जैन मंदिर है। राज्य में ये अपनी तरह का पहला मंदिर होने का गौरव रखता है। जहाज मंदिर की चौड़ाई 36 फीट, लंबाई 110 फीट और ऊंचाई 80 फीट है। जैन समुदाय के बनवाए इस मंदिर को पूरा होने में करीब 17 साल लग गए।
इस मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की प्राचीन मूर्ति स्थापित है। इसके बारे में माना जाता है कि ये मूर्ति पास की चंबा नदी से निकली है। जहाज जैन मंदिर के दरवाजे आधिकारिक तौर पर पिछले साल श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। ये जल्द ही जैन समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बन गया है।
जहाज जैन मंदिर के अध्यक्ष डॉ. अरविंद जैन ने कहा, “17 वर्षों से इस जहाज मंदिर का कार्य चल रहा था। ये मध्य प्रदेश का पहला मंदिर है, जहाज मंदिर। ऐसा एक मंदिर राजस्थान में मंडोला करके एक तीर्थ है जहाज मंदिर वहां बना हुआ है। महाराष्ट्र में और मध्य प्रदेश का प्रथम जहाज मंदिर है। ये जैन समाज का है लेकिन यहां अजैन भी बहुत आते हैं दर्शन के लिए क्योंकि ये जहाज के आकार का एक अलग ही जैन मंदिर है और सीतामऊ, भविष्य में आते समय में मंदसौर में सीतामऊ जिले में जहाज मंदिर के नाम से जाना जाएगा।”
नीलेश ने कहा, “यहां सीतामऊ जिले का एक जहाज मंदिर है, यहां पर दर्शन करने के लिए अक्सर आते रहते हैं, यहां पर बहुत अच्छा लगता है, दर्शन करने के लिए, यहां पर बहुत चमत्कारिक मूर्ति है, चंबा नदी से निकली हुई है। यहां पर दूर-दूर से पब्लिक दर्शन करने के लिए आती है, मंदसौर से भी आते हैं, बाहर से भी आते हैं। मंदिर के अंदर बहुत अच्छी डिजाइन है।”