Indore: दुनिया भर में 15 अप्रैल को वर्ल्ड आर्ट डे यानी विश्व कला दिवस मनाया जाता है, उससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर में 150 कलाकारों ने स्वच्छता और स्वस्थ जीवन पर आधारित कलाकृतियों का एक बड़ा कोलाज तैयार किया।
यह कलाकृति शहर के गांधी हॉल में 8 से 40 साल की आयु के कलाकारों ने बनाई हैं, यह कलाकृति देश की दस अलग-अलग कलाओं का प्रतिनिधित्व करती है जिनमें मधुबनी, कालीघाट, वारली, गोंड कला और कलमकारी शामिल है। कला के प्रसार और जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 15 अप्रैल को कार्यक्रम किए जाते हैं।
आर्टिस्ट दर्शिका ने कहा कि “हम लोग काफी सारे मैक के स्टूडेंट हैं जिन्होंने इसमें काफी योगदान दिया है। करीब 30 स्टूडेंट थे मैक के जिन्होंने इस पेंटिंग में हिस्सा लिया था। और भी देश में काफी जगहों से काफी स्टूडेंट्स आए हुए हैं। जिन्होंने भी पार्ट्स बनाएं हैं पेंटिंग के उसको हमने साथ में एसेंबल किया है। तो वो काफी बड़ी पेंटिंग बनी है एक साथ।”
इसके साथ ही कलाकार सपना राठौड़ ने कहा कि “यह हमने मोजिक आर्ट दिया है। इंडियन आर्ट पूरा दिया है। 10 इंडियन आर्ट पूरा लिया है हमने। कालीघाट हो गए, वर्ली आर्ट है, गोंड है कलमकारी है। तो हमने 10 स्टेट के सभी 10 आर्ट को जोड़ कर एक मोजिक आर्ट बनाया है और इसमें एक मैसेज भी हमने दिया है। अब इंदौर तो हो चुका है नंबर वन अब ये पूरे भारत और दुनिया की बारी है नंबर वन करना है तो हमारा सोशल मैसेज भी है इसमें। ड्रिंक करके नहीं चलाना चाहिए। हमारे इसमें 150 कलाकारों ने पार्टिशिपेट करा है।”
“इसमें हमने भारत की पूरी कला को एक साथ उकेरा है साथ में डिस्प्ले किया है। इसका मेन उद्देश्य है हमारे इंदौर की प्रकृति को दिखाना। जो स्वच्छता में हमेशा नंबर वन रहा है। इंदौर एक ऐसा शहर है जो पूरे भारत में सबसे सेफ है। उसे हमने यहां दर्शाया है। हमने जो प्लांटेंशन किया था उसे दर्शाया है। इंदौर की पूरी गतिविधियां और उपलब्धि को हमने यहां दिखाया है।”