Nashik: महाराष्ट्र के नासिक शहर में तपोवन में पेड़ों की कटाई के खिलाफ जारी विरोध बढ़ता जा रहा है। ये इलाका हरे-भरे पेड़ों से भरा हुआ है। 1200 एकड़ में फैले इस इलाके से 1500 से ज्यादा पेड़ों को काटने की योजना बनाई गई है। इनमें से कुछ पेड़ ऐसे हैं जो 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं।
नासिक के तपोवन में इन हजारों पेड़ों को इसलिए काटने की योजना इसलिए बनाई जा रही है ताकि कुंभ मेले के दौरान यहां साधु-संतों के लिए ‘साधुग्राम’ बनाया जा सके।
राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ लोग आवाज उठा रहे हैं। बीते हफ्ते कई कार्यकर्ता और प्रकृति प्रेमी सरकार के प्रस्ताव के विरोध में सड़क पर उतर आए और एक सुर में आवाज बुलंद की।
अभिनेता सयाजी शिंदे कार्यकर्ता और प्रकृति प्रेमियों का समर्थन कर रहे हैं। तपोवन में उन्होंने कहा कि वो इलाके के हर एक पेड़ को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उधर, प्रकृति प्रेमी और स्थानीय लोगों के विरोध के बीच नासिक म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने आश्वासन दिया है कि सिर्फ वही पेड़ काटे जाएंगे जो 10 साल से ज्यादा पुराने नहीं हैं।
नासिक में कुभ का मेला अगले साल अक्टूबर-नवंबर 2026 में शुरू होगा। इसमें बड़ी संख्या में साधु-संत और धार्मिक हस्तियों शामिल होगीं। यही वजह है कि उनके लिए ‘साधुग्राम’ बनाने के लिए पेड़ों की काटने का प्रस्ताव रखा गया है।
प्रकृति प्रेमी भारती यादव ने कहा कि “हमारे साथ नासिक के साथ बहुत बड़ी साजिश हो रही है। ये तपोवन है और तपोवन का जो वन के बिना तपोवन हो ही नहीं सकता। इसका जो नाम है उसके लिए मैं बोल रही हूं और कुंभ में नाम लेकर हमारी भावनाओं को आहत कर रहे हैं। कुंभ में हमें जो साजो का महत्व होता है वो नासिकर जानता है। हम कुंभ में स्वागत हमेशा से ही करते हैं और करते रहेंगे। लेकिन उनके नाम पर जो कटाई हो रही है पेड़ों के जो इसके लिए हम सहमत नहीं हैं। इसके खिलाफ पूरे नासिकर हैं।”