Nashik: महाराष्ट्र के नासिक जिले के बोरिची बारी गांव की निवासी यशोदा ने एक बार फिर अपनी बहुत पुरानी समस्या को फिर से बताया है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, इस गांव में पानी का संकट गहरा जाता है। जलस्रोत सूख जाने से परेशान गांववालों को लगभग सूख चुके कुओं में उतरना पड़ता है ताकि थोड़ा पानी मिल सके। जान पर खेलकर लोगों को कुएं में उतरते देखना गर्मी के मौसम में यहां आम है। कई महिलाओं को कुओं के आसपास लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते देखा जा सकता है। वे स्थानीय प्रशासन से राहत की गुहार लगाती हैं, क्योंकि उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
जिन लोगों के पास जानवर हैं। उनकी परेशानी और ज्यादा है क्योंकि उन्हें जानवरों को पिलाने के लिए पानी खरीदना पड़ता है। गांववालों का कहना है कि कुछ लोगों ने पानी न खरीद पाने की हैसियत की वजह से अपने मवेशियों को बेच भी दिया है। जल संकट अब गांव को सामाजिक रूप से भी प्रभावित कर रहा है। कई लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है क्योंकि लड़की वाले इस गांव में अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहते।
स्थानीय प्रशासन ने भी माना है कि बोरिची बारी गांव में पानी की समस्या है हालांकि उनका ये भी कहना है कि समस्या से निजात दिलाने के लिए कदम उठा लिए गए हैं। मई में जल संकट के और भी बदतर होने की आशंका के साथ गांववालों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन उनकी परेशानी को समझेगा और उन्हें पानी मुहैया कराएगा। अगर प्रशासन लोगों की उम्मीद पर खरा उतरता है तो इस बार मई के महीने में लोगों को बीते सालों की तरह परेशानी नहीं होगी और गांववालों के साथ साथ मवेशियों की प्यास भी बुझ सकेगी।
ग्रामीणों ने कहा, “यह समस्या नई नहीं है, ये पुरानी समस्या है। अब हम चाहते हैं कि जो समस्या पहले हल नहीं हुई, उसे हल किया जाए। इतने सालों बाद भी हमारे गांव में पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। हम बस यही चाहते हैं कि सरकार हमें पानी की व्यवस्था देखनी चाहिए। यहां की महिलाओं को पानी लाने के लिए बर्तन लेकर 2 किलोमीटर चलना पड़ता है, वह भी तपती धूप में।
उप-सरपंच ने जनकारी देते हुए कहा, “हमारे गांव में जब कोई युवक शादी के लिए लड़की देखने जाता है तो लोग उससे कहते हैं कि ‘तुम्हारे गांव में पानी नहीं है और तुम्हें 3 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ेगा।’ इस वजह से हमारे गांव में कई युवक अभी भी अविवाहित हैं। आप उनसे पूछ सकते हैं कि जब भी वे लड़की देखने जाते हैं तो लोग उनसे क्या कहते हैं। कुछ लोग तो 30 साल के हो चुके हैं, लेकिन पानी की कमी के कारण परिवार अपनी बेटियों की शादी हमारे गांव में करने से मना कर देते हैं।”
एडिशनल चीफ एग्जेक्यूटिव ऑफिसर डॉ. अर्जुन गुंडे का कहना था, “दरअसल, पिछले 5-6 दिनों से पानी की समस्या है। दरअसल, लोगों को वहां पानी तो मिलता ही है, पेयजल आपूर्ति योजना भी बनी हुई है। पिछले 5-6 दिनों से यह समस्या इसलिए शुरू हुई क्योंकि गांव के कुएं में पानी का स्तर नीचे चला गया है। ग्राम पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति करके समस्या का समाधान करना शुरू कर दिया है। अभी टैंकरों के जरिए ग्रामीणों को पानी बांटा जा रहा है।”