Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और पारदर्शी आचरण पर जोर देते हुए चेतावनी दी कि जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें कहीं न कहीं इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
वो सोमवार को दिल्ली की एक अदालत द्वारा कथित आईआरसीटीसी घोटाला मामले में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी (दोनों पूर्व मुख्यमंत्री), तेजस्वी प्रसाद यादव और 11 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप तय किए जाने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि अदालती कार्रवाई से स्पष्ट है कि आरोपियों के खिलाफ सबूत मौजूद हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “ये मामला अदालत में चल रहा था और जब अदालत ने आरोप तय किए, तो इसका मतलब है कि सबूत मौजूद हैं। लंबी जद्दोजहद के बाद ये मामला इस मुकाम पर पहुंचा है और ये स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अगर हम सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता नहीं रखेंगे, तो हमें कहीं न कहीं इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
ये पूछे जाने पर कि सरकार द्वारा बारिश और बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए घोषित वित्तीय सहायता कब वितरित की जाएगी? फडणवीस ने बताया कि प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी किसानों तक सहायता पहुंचने में समय लगेगा। स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज ठाकरे के नेतृत्व वाली एमएनएस के विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि कौन किसके साथ जाएगा, ये अभी स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने दावा किया, “चाहे कोई भी कहीं जाए, एक बात तो तय है बीजेपी और उसके नेतृत्व वाला गठबंधन महायुति स्थानीय निकाय चुनाव में जीत दर्ज करेगा।”