Maharashtra: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में ठाणे में मानसून की तैयारियों की समीक्षा की। भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। ठाणे नगर निगम ने 52 जलभराव संभावित क्षेत्रों की पहचान की है, जहां जलनिकासी के लिए 66 उच्च क्षमता वाले पंप लगाए गए हैं।
नालों में जलस्तर की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और सेंसर लगाए जाएंगे। आपदा प्रबंधन के तहत ठाणे आपदा राहत बल (TDRF) और दो NDRF इकाइयाँ 24×7 तैनात रहेंगी। इसके अलावा, निर्माणाधीन इलाकों में मैनहोल्स और नालों को सुरक्षित ढक्कनों से ढंका जाएगा ताकि दुर्घटनाएं रोकी जा सकें।
ठाणे में 4,297 जर्जर इमारतों की पहचान की गई है, जिनमें से 86 को तुरंत खाली कराना आवश्यक है। मुख्यमंत्री शिंदे ने आपदा की स्थिति में त्वरित और समन्वित कार्रवाई के लिए प्रशासन को निर्देश दिए हैं और SDRF टीमों को मजबूत करने की योजना पर भी बल दिया है। इन सभी तैयारियों का उद्देश्य मानसून के दौरान आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना और जनजीवन को प्रभावित होने से बचाना है।