Maharashtra: 2022 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल होने वाली महिला कैडेटों का पहला बैच 30 मई को प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान से स्नातक होने वाला है, 2021 में यूपीएससी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद महिलाओं को रक्षा अकादमी में आवेदन करने की इजाजत दी थी।
ये एक ऐतिहासिक पल होगा जब इस महीने के अंत में 17 महिला कैडेट्स 300 से ज्यादा पुरुषों के साथ अकादमी से पासआउट होंगी, जो भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में अपनी सेवाएं देंगी।
एनडीए कैडेट श्रीति दक्ष ने बताया कि “यह एक मिश्रित भावना थी, जाहिर तौर पर एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) से पास आउट होने पर गर्व था। एनडीए में शामिल होने की मेरी आत्मा की प्रेरणा जीवन में जल्दी ही अपना सैन्य करियर शुरू करना था। मेरे पिता से प्रेरणा मिलने के कारण मैं पहले से ही सैन्य पृष्ठभूमि और इसके अंदर की सभी बारीकियों को जानती थी, इसलिए उस कारक ने मुझे बहुत प्रेरित किया।
एनडीए में शामिल होने से पहले मैं राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बी.कॉम ऑनर्स कर रही थी, वहां मुझे पता चला कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) आखिरकार महिलाओं के लिए खुल गई है। ये स्पष्ट रूप से हमारे लिए अभिभूत करने वाला था, पिछले 75 वर्षों से बंद अवसर मिलना, हम सभी के लिए उत्साहजनक था। मैंने इस मौका का फायदा उठाया और इसने मेरे माता-पिता को गौरवान्वित किया।”
एनडीए छात्रा हरसिमरन कौर का कहना है कि “एनडीए में शामिल होने की मेरी प्रेरणा कम उम्र में ही अपना सैन्य करियर शुरू करना था। मेरे पिता आर्टिलरी में हैं, वह हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, और मेरा पूरा परिवार, मैं कहूंगी- मेरे दादा, मेरे नाना, मेरे चाचा- सभी सेना में हैं। इसलिए मेरा झुकाव सेना की ओर है। मेरा रक्षा बलों के प्रति गहरा झुकाव था।
चूंकि मैं इस एनडीए के पहले बैच से हूं, इसलिए मुझे अपने जूनियर कैडेट्स के लिए बहुत ऊंचे मानक तय करने होंगे ताकि वे उनका अनुकरण कर सकें। अभी तक मेरी सबसे बड़ी आकांक्षा यही है कि मैं ऊंचे मानक तय करूं ताकि उनके पास अनुसरण करने के लिए एक बेंचमार्क हो।”