Maharashtra: महाराष्ट्र का कोल्हापुर अपनी खास कोल्हापुरी चप्पलों के लिए दुनिया भर में मशहूर हो चुका है। कहा जाता है कि हर कोई कम से कम एक जोड़ी कोल्हापुर चप्पलें जरूर रखना चाहता है। हाथ से बनी पारंपरिक चप्पलों से लोगों का अटूट लगाव होता है। हर कोल्हापुरी चप्पल बनाने में बारीक शिल्प का इस्तेमाल होता है। चप्पल बनाने में कई दिन लगते हैं। इन्हें हाथ से सिला जाता है।
कोल्हापुरी चप्पलों के साथ कई किवदंतियां जुड़ी हैं। कहा जाता है कि ये चप्पलें सेहत के लिए फायदेमंद होने की वजह से लोकप्रिय हुईं। हालांकि असली कोल्हापुरी चप्पलों का अस्तित्व खतरे में है। बाजार में नकली और मशीन से बनी चप्पलों की भरमार है। ग्राहकों का रुझान और कुशल कारीगरों की कमी भी कोल्हापुरी चप्पलों के कारोबार पर असर डाल रही है। व्यापारियों और शिल्पकारों को डर है कि सरकार से मदद नहीं मिली तो कोल्हापुरी चप्पलें इतिहास बन जाएंगी।