Gold Price: भू-राजनीतिक तनाव कम होने और अमेरिका-चीन व्यापार समझौता आगे बढ़ने के बाद सोने की कीमत कम हो गई है। सोने की कीमत 22 अप्रैल को उच्चतम स्तर पर, करीब एक लाख रुपये प्रति दस ग्राम थी। कीमत में गिरावट से खरीदारों में उत्साह है। उन्हें लगता है कि सोने की कीमत बजट के भीतर है। अब उनका रुख गहनों की दुकानों की ओर होने लगा है।
शादियों का मौसम चल रहा है। लिहाजा खरीदारों को उम्मीद है कि कीमत और गिरेगी, जिससे ज्यादा खरीदारी में राहत मिल जाएगी। गहना कारोबारियों का भी मानना है कि मौजूदा गिरावट मुख्य रूप से भू-राजनीतिक तनाव कम होने और अमेरिका-चीन व्यापार समझौता आगे बढ़ने की वजह से है, लेकिन उन्हें लगता है कि आने वाले समय में सोने की कीमत फिर बढ़ेगी।
देश में सोना शादियों का अनिवार्य हिस्सा है। इसे शुभ और आर्थिक अनिश्चितता के समय में सुरक्षित निवेश माना जाता है। शादियों की तैयारी कर रहे परिवारों के लिए कीमतों में कमी बड़ी राहत बन कर आई है। उन्हें अपने बजट पर ज्यादा भार डाले बगैर गहने खरीदने का मौका मिल गया है।
खरीदारों ने कहा, “हम लोग को थोड़ा अच्छा लगा। थोड़ा प्राइस नीचे आया तो। इतनी महंगाई हो गई थी कि हम लोग के लिए सोना खरीदना बहुत मुश्किल हो गया था। और कम जाए तो और अच्छा होगा। देना है शादी में, घट जाए तो हम लोग के लिए बहुत अच्छा होगा। नहीं घटता है, फिर भी तो देना ही पड़ रहा है। इससे थोड़ा मुश्किल आता है हम लोग के ऊपर। बजट थोड़ा भाग जाता है कोई चीज खरीदने में।”
“ये एक अच्छा फॉल है। जिस हिसाब से सोना चल रहा था, पिछले एक-डेढ़ साल से कि गिरने की तो उम्मीद नहीं थी, बट फाइनली थोड़ा गिरा। राहत है। हम भी आए हैं कुछ सोना खरीदने के लिए। ये करेक्ट टाइम है लेने का। और गिरे तो और अच्छा है।”
गहना कारोबारी का कहना था, “अमेरिका ने चाइना के ऊपर ड्यूटी जो लगाई थी, वो 145 टका से 15 परसेंट पे ले आया और चाइना ने जो ड्यूटी लगाई थी, वो करीबन 10 परसेंट पर ले आया। ये बहुत बड़ा कारण हुआ है। अच्छी डिमांड है यहां। भरपूर डिमांड है। रिटेल कस्टमर आ रहे हैं। इनवेस्टर आ रहे हैं। और जो शादियों की खरीदारी है, वो अपना इनिशियल गोल्ड लेके आ रहे हैं। पुराना सोना लेके आ रहे हैं। पुराना देके जा रहे हैं और नया लेके जा रहे हैं। इस तरह शादियों के काम के साथ-साथ बहुत जोरदार ग्राहकी है।”