Bombay High Court: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने सोमवार को मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में बॉम्बे हाई कोर्ट के नए कैंपस की नींव रखी।समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार, हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डी. के. उपाध्याय समेत सभी वरिष्ठ जज शामिल हुए।
नए हाई कोर्ट कैंपस को अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है, जिसमें विशाल कोर्ट रूम, जजों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए कमरे, एक मध्यस्थता केंद्र, एक सभागार, पुस्तकालय, कर्मचारियों, वकीलों और वादियों के लिए कई सुविधाएं होंगी।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि 30.16 एकड़ जमीन स्टेप बाई स्टेप हाई कोर्ट को दी जाएगी। इसमें 4.39 एकड़ की जमीन की पहली किश्त पहले ही दी जा चुकी है, बॉम्बे हाई कोर्ट की स्थापना 16 अगस्त, 1862 को हुई थी।
बॉम्बे हाई कोर्ट मुंबई में चीफ बेंच और नागपुर और औरंगाबाद के साथ-साथ गोवा बेंच के जरिए पूरा महाराष्ट्र इसके अधिकार क्षेत्र में आता है। ये दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के केंद्र शासित प्रदेशों पर भी अधिकार क्षेत्र रखता है, बॉम्बे हाई कोर्ट में कुल जजों की संख्या 94 तय है, लेकिन मौजूदा समय में जजों की संख्या 66 है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि “सरकार की त्वरित और सहयोगी कार्रवाई सराहनीय रही है, जो हमारे न्यायिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, हमारी प्राथमिकता मौजूदा इमारत की सुरक्षा तय करते हुए निर्माण में तेजी लाने की होनी चाहिए। जगह की भारी कमी को दूर करने के लिए मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि सरकार सक्रिय रूप से मौजूदा परिसर को बढ़ाने के लिए आस-पास की इमारतों में जगह को अनुकूलित करने के तरीके तलाश रही है। इससे नए परिसर के चालू होने तक अंतर को पाटने में मदद मिलेगी। कई मायनों में यह समारोह न केवल आधुनिक सुविधा के वादे का जश्न मनाता है बल्कि सहयोग की भावना का भी जश्न मनाता है, जिसने इसे संभव बनाया है।”