Iron Deficiency: आयरन हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण खनिज है, क्योंकि यह रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है, जो शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी से एनीमिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अधिक आयरन भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? आयरन का स्तर बढ़ने से शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं, जिन्हें इग्नोर नहीं किया जाना चाहिए।
आइए जानते हैं कि अधिक आयरन के सेवन से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं-
1. फेफड़ों और हृदय पर दबाव
अधिक आयरन शरीर में जमने लगता है, खासकर जिगर, हृदय और फेफड़ों में। यह शरीर के अंगों में खराबी का कारण बन सकता है और उनका सही तरीके से काम करने में रुकावट डाल सकता है। अत्यधिक आयरन से हृदय की बीमारी और फेफड़ों के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
2. किडनी की समस्या
यदि शरीर में आयरन का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है, तो यह किडनी पर दबाव डाल सकता है। किडनी को अत्यधिक आयरन से खुद को साफ करने में कठिनाई हो सकती है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप, किडनी संबंधित रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
3. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (पाचन) समस्याएं
अत्यधिक आयरन से पेट में गैस, अपच, उलटी और दस्त जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। पाचन तंत्र में असंतुलन हो सकता है, जिससे आंतों में सूजन और दर्द हो सकता है। इसके अलावा, इसका असर लिवर और आंतों के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है।
4. त्वचा पर असर
आयरन के अधिक सेवन से त्वचा में हलकी सी पीली या भूरे रंग की रौनक दिख सकती है, जिससे त्वचा पर दाग-धब्बे और धूसर रंग के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अधिक आयरन से त्वचा की कोशिकाओं में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे त्वचा खराब हो सकती है।
5. मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द
अधिक आयरन से शरीर में मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। यह शरीर के भीतर असंतुलन का संकेत हो सकता है और यह रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे मांसपेशियों की कार्यक्षमता कम हो जाती है।
6. हॉर्मोनल असंतुलन
आयरन का अत्यधिक सेवन हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। इससे महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जबकि पुरुषों में लिवर और हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
7. मधुमेह और डायबिटीज़
अत्यधिक आयरन मधुमेह को बढ़ावा दे सकता है, क्योंकि यह शरीर में इंसुलिन के कार्य को प्रभावित करता है। इसके कारण रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज़ जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
क्या करें:
आयरन की अधिकता से बचने के लिए इसे संतुलित मात्रा में लें।
आयरन की अधिकता के लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नियमित रूप से रक्त की जांच कराएं ताकि आयरन का स्तर नियंत्रित रहे।
आयरन से भरपूर आहार खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर यदि आपको आयरन की कमी या अधिकता की समस्या है।
आयरन की अधिकता से होने वाली समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आपको आयरन से संबंधित कोई भी समस्या महसूस हो रही हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार लें। आयरन को नियंत्रित मात्रा में लेना ही सबसे बेहतर उपाय है, ताकि आप अपनी सेहत को बेहतर रख सकें।