Srinagar: श्रीनगर में शीतलहर के चलते तापमान माइनस दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, इससे पहले तापमान माइनस चार डिग्री और शनिवार को माइनस 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
यहां घूमने आए सैलानी हों या स्थानीय लोग, सभी को ठंड सता रही है। ठंड से बचने के लिए लोग भारी जैकेट और ऊनी कपड़ों में नजर आ रहे हैं, कई लोग ‘कांगड़ी’ से गर्माहट पाते भी दिखे। कोयले से गर्म रहने वाली ‘कांगड़ी’ को कश्मीरी पीढ़ियों से इस्तेमाल करते आ रहे हैं।
लोगों ने बताया कि सर्दियों में बढ़ती परेशानियों को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों से पर्याप्त पानी और बिजली की आपूर्ति करने की अपील की है। मौसम विभाग ने 10 दिसंबर तक कश्मीर में शुष्क मौसम रहने का अनुमान जताया है, जिससे न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे रहने की संभावना है।
हालांकि बर्फबारी के खूबसूरत नजारों का लुत्फ उठाने के लिए कुछ दिन और इंतजार करना होगा। मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर के मध्य से पहले इसके आसार नहीं हैं।
पर्यटक सौरभ चंदेल ने बताया कि “यहां पर जितना ठंड सोचा था लेकिन उससे ज्यादा ठंड है तो कपड़े कम पड़ गए हैं अभी। अब यहां पर हम स्टे किए थे, अभी पंजाब में तो कम है लेकिन हमने सोचा था, इतनी ठंड नहीं होगी। लेकिन कंपेयर टू पंजाब, जैसे कि ये हिल एरिया तो है ही है, लेकिन ठंड सच में बहुत ज्यादा है। तो यही है कि कपड़े अच्छे से लेकर आए अपने बंदोबस्त करके तो फिर कोई दिक्कत नहीं है।”
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “मैं गवर्नमेंट से खाली इतनी गुजारिश करना चाहता हूं कि पानी और पावर की सुविधा रखें क्योंकि पावर के वगैर, पानी के वगैर यहां कुछ नहीं हो सकता है क्योंकि यहां जिंदगी बड़ी है मुश्किल से गुजराना। बहुत मुश्किल है गुजराना कि पानी के बगैर या पावर के बगैर सबसे मस्ट चीज है पावर। वो रहता नहीं है कहीं गवर्नमेंट रखती नहीं कहीं।
ठंड में देखिए कहीं भी पावर नहीं होता है। पावर का इशू होता है हमेशा। ट्रांसफार्मर उठ जाते हैं, ट्रांसफार्मर नहीं आते हैं तो मैं चाहता हूं गवर्नमेंट इस पर ध्यान दें पावर पर और पानी पे क्योंकि लोगों की जिंदगी के साथ न खेलें। लोगों को आराम दें।”