Srinagar: पुलों को बनाना हमेशा जितना अच्छा होता है उतनी ही जरूरी पुराने पुलों की वक्त के साथ मरम्मत भी होती है, पिछले कुछ सालों से श्रीनगर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इसी पर काम कर रहा है।
इन्हीं कोशिशों के तहत जिन पुलों को नई जिंदगी मिली है उनमें श्रीनगर में लाल चौक के पास बना अमीरा कदल लकड़ी का पुल भी है। मूल रूप से 1774 में दुर्रानी साम्राज्य के वक्त कश्मीर के अफगान गवर्नर अमीर खान जवान शेर द्वारा बनवाए गए इस पुल की बड़े पैमाने पर मरम्मत कराई जा रही है। इसका मकसद आधुनिक वास्तुकला को इसकी पारंपरिक लकड़ी की खूबसूरती से जोड़ना है।
डॉ. ओवैस अहमद राणा, सीईओ, श्रीनगर स्मार्ट सिटी अमीरा कदल ब्रिज एक इंपॉर्टेंट प्रोजेक्ट है श्रीनगर स्मार्ट सिटी का और जिस तरीके से हब्बा कदल ब्रिज या जीरो ब्रिज है उस पर काम किया गया तो अमीरा कदल ब्रिज भी सिमिलरली तो जो आर्किटेक्चर है और हेरिटेज जो कंस्ट्रक्शन के मेथड्स हैं उसके ऊपर बेस्ड है वुडन ब्रिज है जिस पर जो एक्सिस्टिंग इक्युपमेंट्स थे उनको रिइंफोर्समेंट किया गया है इस ब्रिज को बनाया गया है। उसी के साथ-साथ ये ब्रिज की जो लोकेशन है ये एक इंपॉर्टेंट टूरिस्ट लोकेशन के पास है जो की लाल चौक है और उससे यहां पर टूरिस्ट लोग भी बहुत ज्यादा एक्सपेक्टेड है। ))
नया लकड़ी का पुल सिर्फ पैदल यात्रियों के लिए खुला रहेगा। वहीं नजदीक बने अमीरा कदल पुल पर गाड़ियों की आवाजाही जारी रहेगी। श्रीनगर स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. ओवैस अहमद राणा ने कहा कि बहुत इंपॉर्टेंट जंक्चर पर ये ब्रिज है और बहुत सारे लोकल लोग भी यहां पर विजिट करते हैं और टूरिस्ट तो जिस तरीके से हमने देखा लाल चौक में जो काम किया गया उसके बाद से टूरिस्ट वहां पर आ रहे हैं। टूरिस्ट के लिए भी और लोकलों के लिए भी बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट रहने वाला है और पेडेस्ट्रियन मूवमेंट, पेडेस्ट्रियन फ्रेंडली ब्रिज है ये।
इस पर कियोस्क का भी प्रोवीजन रखा गया है जिसमें डिपार्टमेंट्स या फिर प्राइवेट एजेंसी वहां पर कियोस्क लगा सकते हैं और टूरिस्ट जो हैं उनको एक सहूलियत मिल जाएगी कि वहां पर कुछ प्रोडक्ट वगैराह भी अवेलेबल रहेंगे। तो ये प्रोजेक्ट हमारा नियरली 80 पर्सेंट कंप्लीट है इंफैक्ट हम इसको 90 पर्सेंट कंप्लीट भी बोल सकते हैं क्योंकि सिर्फ लास्ट स्ट्रेच हमारा इसका बाकी है। जिसमें हमें कुछ एक शिफ्टिंग करनी थी कुछ शॉप्स की वो हम अब कर के यहां पर ब्रिज को कंप्लीट कर रहे हैं ।
इसे ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए, पुल पर हस्तशिल्प, स्ट्रीट फूड और दूसरे स्थानीय सामानों के कियोस्क लगाए जाएंगे। इसका मकसद स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और बीते दौर की खूबसूरती से लोगों को फिर से रूबरू कराना है, पुल की मरम्मत श्रीनगर में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिशों के अनुरूप है, साथ ही शहर की आधुनिक जरूरतों को भी ध्यान में रखा गया है।