Ramban: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने से हुई तबाही के बाद उससे उबरने की कोशिशें जारी है, लगातार तीसरे दिन भी राहत कार्य चल रहा है।
अचानक आई बाढ़ की वजह से प्रमुख बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा और महत्वपूर्ण सड़कों से संपर्क टूट गया है। प्रशासन, डिजास्टर रिस्पांस टीमें और वॉलिंटियर मलबा हटाने और सामान्य हालात बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।
बड़े पैमाने पर हुई तबाही ने लोगों के कारोबारों को उजाड़ दिया। वे इससे उबरने के लिए जूझते दिख रहे हैं। राजमार्ग का करोल खंड सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। लगातार भूस्खलन और जमा हुए मलबे की वजह से निकासी अभियान विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, मुगल रोड और सिंथन टॉप रोड के जरिए कश्मीर घाटी तक वैकल्पिक सड़क संपर्क उपलब्ध कराने की कोशिशें जारी है। भारी तबाही की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को दोबारा पूरी तरह खोलने में वक्त लग सकता है।
रामबन निवासियों का कहना है क “यह दुकानदारी पर असर पड़ता है सर, इस गाड़ी की वजह से ही चलता है ये दुकानदारी सब काम चलता है। खरीदारी चलता है, व्यापारी भी चलता है गाड़ी की वजह से। हां चार दिन रोड बंद हो गया सर, बस इसी की वजह हम परेशान हो गए यहां।”
ये चार दिन हो गए, यहां बंद को क्लियर कर काम चल रहा तो वो धीरे-धीरे काम चल रहा है पर रात को भी और कल रात को दो बजे काम बंद हो गया, सुबह छह बजे आ गए यहां काम करने के लिए।”