Rajouri: जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के लोगों के लिए पिछला हफ्ता किसी डरावने सपने से कम नहीं था। राजौरी शहर समेत पूरे जिले में पाकिस्तान से भारी गोलीबारी हो रही थी। हर ओर लोगों में अफरातफरी मची थी। इनके बीच कई मजबूत हौसले वाले भी थे। इनका एक ही काम था- जान पर खेल कर आम लोगों को बचाना, उन्हें महफूज जगहों पर पहुंचाना।
इन्हीं में शामिल थे सैय्यद वानी और उनके सहकर्मी। सैय्यद वानी स्वास्थ्य विभाग में एंबुलेंस चलाते हैं। वे सभी भारी गोलीबारी के बीच घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए थे। फिर भी राजौरी में गोला गिरने से कुछ लोग मारे गए। इनमें एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी थे। इनके अलावा कई लोग घायल हुए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि गंभीर हालात का सामना करने के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। डॉ. लाल ने इन गंभीर हालात में एंबुलेंस ड्राइवरों के निर्भीक काम की तारीफ की। उन ड्राइवरों की बदौलत गोलाबारी के दौरान कई लोगों की जान बचाई जा सकी। गंभीर हालात में एंबुलेंस ड्राइवरों का साहस काबिल-ए-तारीफ है। ना सिर्फ स्थानीय अधिकारी, बल्कि आम लोग भी उनकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे।