Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद सैलानियों में अफरातफरी मच गई थी। हालांकि अब उनकी आमद फिर बढ़ रही है। सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को दरकिनार करते हुए सैलानी केंद्र शासित प्रदेश के पर्यटन स्थलों, खास कर कश्मीर घाटी घूमने पहुंच रहे हैं। पहलगाम में कुछ विदेशी सैलानी भी घूमते हुए देखे गए। यहीं पर मंगलवार को आतंकवादी हमला हुआ था। श्रीनगर का भी यही हाल था। पीर पंजाल की तलहटी में डल झील पर सैलानी शिकारों का लुत्फ उठाते दिखे।
देश के कोने-कोने से आए सैलानियों ने कहा कि वे सुरक्षा बंदोबस्त और यहां के लोगों की मेहमानवाजी से बेहद खुश हैं। ना सिर्फ कश्मीर घाटी, बल्कि जम्मू में भी भारी संख्या में सैलानी आने लगे हैं। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए कुछ श्रद्धालुओं ने नदी में राफ्टिंग का भी लुत्फ उठाया। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग कश्मीर घाटी में सैलानियों की आमद बढ़ने को अच्छा मान रहे हैं। वे कहते हैं कि ये सैलानियों के मजबूत यकीन का सबूत है कि स्वर्ग सरीखी खूबसूरत कश्मीर घाटी सुरक्षित है।
क्रोशिया से आए सैलानियों ने कहा, “हमने दो दिन पहले सुना था कि कश्मीर में आतंकी हमला हुआ है, फिर भी हमने यहां आने का फैसला किया। हम इस देश में घूमना चाहते हैं। हम यहां के लोगों से मिलना चाहते हैं। इस देश की खूबसूरती देखना चाहते हैं। अब तक हम काफी संतुष्ट हैं। हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। लोग बेहद अच्छे और मिलनसार हैं। वे हमसे बातें करते हैं और उन तक पहुंचना बेहद आसान है। इसलिए हम यहां काफी संतुष्ट हैं।”
“हमने कुछ महीने इस दौरे की योजना बनाई थी। इसलिए हम कश्मीर आने और दुनिया के इस हिस्से की खूबसूरती देखने का मन बना चुके थे। आतंकी हमले के बाद हम सोच रहे थे कि यहां से जाएं या नहीं। हमने रुकने का फैसला किया, क्योंकि ये खास मौका था। हो सकता है कि अगले कुछ साल हमें यहां आने का मौका न मिले। हमें भरोसा है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। हम यहां के लोगों के स्वभाव से संतुष्ट हैं।”
श्रीनगर से आए सैलानियों ने कहा, “घूम रहे हैं हम लोग अच्छे से घूम रहे हैं। बहुत अच्छा है। बहुत सेफ है। हॉस्पिटैलिटी बहुत अच्छी है। आर्मी अपनी बहुत अपने को सपोर्ट कर रही है। यहां पर उनका बहुत सपोर्ट है। बहुत अच्छा लग रहा है। कश्मीर में तो बहुत अच्छा माहौल है। हमको बहुत अच्छा कश्मीरी लोगों ने बहुत अच्छा ख्याल रखा। प्रेम दिया। बहुत, भरपूर खाना खिलाया। हम बहुत अच्छे, बहुत खुश हैं हम लोग। बहुत ज्यादा असिस्टेंस मिला। लोकल पब्लिक का भी। बहुत रिएश्योरेंस मिला। पुलिस का, आर्मी का। जहां भी हम जा रहे थे, लिटरली कोई बोल रहा था कि सर, पैसे भी मत दीजिए। बिल्कुल डरिये मत। आपके पास कुछ अगर है भी नहीं। हम सब आपको हेल्प करेंगे।”