Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित गांवों में हाल ही में भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच संघर्ष में कमी आई है, जिससे स्थानीय किसानों को राहत मिली है। पिछले सप्ताह पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के कारण कई किसान अपने खेत छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। अब स्थिति सामान्य होने पर वे अपने खेतों में वापस लौट आए हैं और कृषि कार्य शुरू कर दिया है।
किसान मक्का की बुवाई कर रहे हैं और अन्य मौसमी फसलों की खेती भी शुरू हो गई है। यदि स्थिति शांत रही और मौसम अनुकूल रहा, तो आने वाले दिनों में कृषि कार्य में तेजी आने की संभावना है। हालांकि, राजौरी शहर में बाजारों की स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी केवल 50 प्रतिशत दुकानें ही खुल पाई हैं। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं।
इस दौरान, सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति भी बढ़ी है। नौशेरा सब-डिवीजन के पोखरनी पंचायत में, जो LoC के शून्य बिंदु पर स्थित है, पहले पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण जानमाल का नुकसान हुआ था। लेकिन अब, संघर्षविराम के बाद इस क्षेत्र में विकास कार्यों में तेजी आई है, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिली है। कुल मिलाकर, राजौरी जिले में स्थिति सामान्य हो रही है और लोग अपने सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं, हालांकि कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं।