Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर के रामबन में मूसलाधार बारिश और बादल फटने से आई बाढ़ ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) को बुरी तरह प्रभावित किया है। रास्ता बंद होने के कारण रामबन से डिगडोल जा रही एक बारात को पैदल ही मंजिल तक जाना पड़ा। बारिश के बाद आई बाढ़ से कई जगहों पर सड़कें बंद हो गईं और दर्जनों गाड़ियां फंस गईं।
प्रशासन ने रास्ता खोलने का काम शुरू कर दिया है, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन की वजह से राहत कार्यों में मुश्किल आ रही हैं। ट्रैफिक अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक इस रास्ते पर सफर न करें। सेरी बगना गांव में बादल फटने से आकिब अहमद (12), उसका भाई मोहम्मद साकिब (10) और उनके पड़ोसी मुनी राम (65) की मौत हो गई। बाढ़ में कई गांव जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गए हैं।
दूल्हे मशकूर अहमद ने कहा, “सुबह छह बजे निकले तो अभी जाकर यहां पर पहुंचे हैं। गाड़ियां सारी खड़ी है उसको हमको पांच-छह किलोमीटर हमें पैदल सफर करना है। हम सरकार से यही अपील करते हैं NH-44 को जल्दी क्लीयर करें, तो जो लोग रास्ते में फंसे हुए हैं उनको ठिकाने तक पहुंच जाए। दुल्हन का भी यही प्लान है ऐसे ही लाना पड़ेगा। अगर रास्ता क्लियर नहीं हुआ और कोई रास्ता नहीं है।”