Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के मशहूर बादामवारी पार्क में पहली बार लैवेंडर रोपण अभियान के साथ शानदार बदलाव हो रहा है। इसका लक्ष्य पार्क को एक लुभावने लैवेंडर-थीम वाले उद्यान में बदलना है। लगभग 30,000 लैवेंडर के पौधे को पूरी सावधानी के साथ लगाया जा रहा है। ये पौधे ऐतिहासिक पार्क में सुंदरता और सुगंध की एक नई परत जोड़ेंगे। इस महत्वाकांक्षी पहल के तहत लगभग 12,000 लैवेंडर पौधे पहले ही लगाए जा चुके हैं। इसका मकसद मार्च से मध्य अप्रैल तक बादाम के पेड़ों के सीमित फूलों से परे पार्क में फूलों के जरिए रौनक को और बढ़ाना है।
हालांकि लैवेंडर की खेती कश्मीर के कई जिलों में बड़े पैमाने पर की जाती है, लेकिन ये अपनी तरह का पहला सार्वजनिक पार्क होगा, जो यहां आने वालों को एक अलग अहसास कराएगा और मनमोहक फूल देखने का मौका देगा। अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर लैवेंडर को इसके औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। लैवेंडर का पौधा ज्यादा रखरखाव के बगैर भी फलता-फूलता है। ये बात इसे ज्यादा फायदेमंद बनाती है। आने वाले सालों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार ये लैवेंडर पार्क लोगों को अपनी खूबसूरती और खुशबू से कभी न भूलने वाला अहसास कराएगा। बादामवारी के बादाम के फूलों की खूबसूरती के बीच लैवेंडर की महक लोगों को मदहोश कर देगी।
श्रीनगर के फ्लॉरिकल्चर ऑफिसर ने कहा, “आपको पता ही है कि बादाम के फूल की जिंदगी बहुत कम समय के लिए होती है। बहुत ज्यादा 15-12 या एक महीन, और उसके बाद फूल खत्म हो जाते हैं। क्यों न इस अवधि को एक और फूल के साथ बढ़ाया जाए जो बादाम के फूल खत्म होने के बाद खिलेगा? तो हमने यहाँ की ज़मीन और उसके ढलान तो देखते हुए हमने लैवेंडर के पौधे को चुना क्योंकि इसमें काफी कम इनपुट की जरूरत पड़ती है। मैनेजमेंट की काफी कम जरूरत पड़ती है। शुरुआती सालों में थोड़ी देखभाल की जरूरत होती है, लेकिन एक बार जब ये विकसित हो जाते हैं तो आपको कम इनपुट लगाने की आवश्यकता होती है।”
“आप देख सकते हैं कि बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण हो रहा है।आपने देखा कि आप बोल रहे थे बड़े पैमाने पर लैवेंडर लग रहे हैं। ये और बढ़ेगा, अभी तो हम 15,000 लैवेंडर लगा रहे हैं और ये संख्या 30,000 तक जाएगी। तो इस तरह से जो हमारा विजिटिंग टाइम है, लोग आएंगे। ब एक फूल खत्म हो जाएगा तो लोग फिर से आएंगे, ये ध्यान में रखते हुए कि मई और जून में लैवेंडर का बगीचा खिल जाएगा, और यहाँ लैवेंडर के फूल पूरे खिल जाएंगे।”
“अवसाद या किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए अरोमा थेरेपी। अरोमा थेरेपी अब एक बहुत अच्छा क्षेत्र है, लोग नींद की समस्या और अवसाद की समस्या वाले लोगों के लिए अरोमा थेरेपी का उपयोग कर रहे हैं, वे आ सकते हैं। विदेश में लोग क्या करते हैं, वे मानसिक रोगियों को इन लैवेंडर उद्यानों में जाने की सलाह देते हैं ताकि उनके मन में सुखदायक प्रभाव हो।”