Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास घुसपैठ कर एक घने नर्सरी में छिपे आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया, जिसके बाद दोनों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच उस दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई जब जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सान्याल गांव के नर्सरी में शाम को तलाशी अभियान शुरू किया था। यह गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
उन्होंने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों ने पुलिस दल पर भारी गोलीबारी की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां क्षेत्र में तैनात कर दी गई हैं। नर्सरी के चारों ओर घेराबंदी मजबूत कर दी गई है और आतंकवादियों को ढेर करने के प्रयास जारी हैं। एक इनपुट में यह भी बताया गया है कि शनिवार को पांच-छह आतंकवादियों के दो समूहों ने घुसपैठ की थी।
अधिकारियों के अनुसार, नर्सरी में लकड़ियां इकट्ठा करने गईं कुछ महिलाओं ने आतंकवादियों को देखा और उन्होंने बताया है कि उनकी संख्या पांच है। ऐसा माना जा रहा है कि आतंकी रविवार रात सीमा पार से घुसपैठ कर आए थे और यहां छिपे बैठे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात अभियान की निगरानी कर रहे हैं। सेना की राइजिंग स्टार कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया, आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस और राइजिंग स्टार कोर के जवानों ने 23 मार्च को सान्याल हीरानगर क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। अभियान जारी है।
स्थानीय निवासी अनीता देवी (48) ने बताया कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने उनके पति को उस समय पकड़ लिया जब वे लकड़ी इकट्ठा करने के लिए पौधशाला गए थे। देवी ने बताया कि आतंकवादियों ने हथियार के बल पर मेरे पति को बंधक बना रखा था और मुझे भी पास आने को कहा। लेकिन मेरे पति ने मुझे भागने का इशारा किया और मैं भागने लगी। आतंकवादियों में से एक ने मुझे रोकने की कोशिश की, लेकिन मैं चिल्लाने लगी, जिससे घास काट रहे दो और लोगों का ध्यान उनकी ओर गया।
उन्होंने कहा कि घटना शाम करीब 4.30 बजे हुई और वे सभी घर लौट आए और पुलिस को सूचना दी। देवी ने बताया कि वे पांच थे और उनकी दाढ़ी थी। पिछले एक साल में कठुआ पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के लिए उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ जिलों के ऊंचे इलाके एक प्रमुख घुसपैठ मार्ग के रूप में उभरा है।