Jammu Kashmir: बर्फबारी कम होने से आतंकी गतिविधियां बढ़ीं, सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

Jammu Kashmir: जम्मू इलाके में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर घाटी में भी आतंकी गुटों की मौजूदगी नोट की है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल में पुलवामा, अनंतनाग और डोडा जिले में कई गुटों के आतंकवादी की मौजूदगी के सुराग मिले हैं। सुरक्षा बलों के मुताबिक लश्कर-ए-तैय्यबा के चार-पांच आतंकवादी पीर पंजाल रेंज के उत्तर में देखे गए। एक अनुमान के मुताबिक पीर पंजाल समेत पूरे कश्मीर में करीब 70-80 पाकिस्तानी आतंकवादी सक्रिय हैं।

इस साल पाकिस्तान ने नए प्रशिक्षित आतंकियों को शामिल कर जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देना बढ़ा दिया है। पहले उन्होंने चुनाव से ठीक पहले जम्मू में इन गुटों को बढ़ावा दिया। इसके बाद भी जम्मू इलाके में आतंकवादी गतिविधयां बढ़ी रहीं। अब जम्मू आने वाले आतंकवादियों के पीर पंजाल और दक्षिण कश्मीर पहुंचने का अंदेशा है। जानकारों का कहना है कि बर्फबारी कम होने से आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं। इससे सुरक्षा बलों के लिए जोखिम बढ़ा है।

ये इस सीजन में कम बर्फबारी की वजह से हुआ है। कश्मीर में बर्फबारी और बारिश कम हुई, जिससे सीमा पार से घुसपैठ ज्यादा हुई। अब हमें घाटी में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी की आशंका है। पिछले कुछ महीनों से जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में इजाफा हुआ है। आतंकवादियों ने आम लोगों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा और वरिष्ठ सेना और खुफिया अधिकारियों के साथ कई बार समीक्षा बैठक की। जम्मू कश्मीर के पूर्व DGP शेष पॉल वैद ने बताया कि पाकिस्तान ने सीमा से लगे आतंकवादी शिविरों को सक्रिय कर दिया है और जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार समीक्षा बैठक की है। खबरों के मुताबिक सीमा पार के आतंकवादी शिविर सक्रिय हैं और भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। राजौरी और पुंछ में सीजफायर उल्लंघन की खबरें हैं। अखनूर में IED विस्फोट में लोग मारे गए। ये साबित करना है कि पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहता है। जम्मू कश्मीर के पूर्व DGP ने बताया कि धारा 370 हटाने के बाद से पाकिस्तान विचलित है। वो अपने घरेलू मामलों और खास कर सेना की गतिविधियों से आम लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।

धारा 370 खत्म होने से पाकिस्तान में आतंकवादियों को बढ़ावा देने का माहौल हिल गया। कश्मीर में हालात सामान्य होने लगी। पाकिस्तान से ये नहीं देखा गया। उसे घरेलू चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा था। इसलिए वो ऐसी हरकतें कर रहा है, ताकि आम लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को खतरा बढ़ा है। लिहाजा अधिकारी आतंकवादियों से मुकाबला करने और आम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए नई रणनीति अपना रहे हैं।

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