Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग गुरेज घाटी से साल भर कनेक्टिविटी की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि कनेक्टिविटी बनाए रखने से यहां शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। फिलहाल गुरेज घाटी सर्दियों में भारी बर्फबारी की वजह से घाटी के ज्यादातर हिस्सों से कटी रहती है, लोगों का कहना है कि सीमित कनेक्टिविटी की वजह से गुरेज घाटी पर्यटन स्थल के रूप में पूरी तरह विकसित नहीं हो पाई।
गुरेज निवासियों का कहना है कि “यह रिकॉर्ड जो रहा है वादी गुरेज के अंदर, दो या तीन के अंदर अंदर 50 हजार से ज्यादा उनका आना यहां रिकॉर्ड हुआ। ये हमारे लिए खुशी की बात है कि हमारी वादी गुरेज के लिए। लेकिन इस चीज को बरकरार रखने के लिए इस चीज को आगे भी बरकरार रखने के लिए, हमें रोड टनल की जरूरत थी। रोड टनल ही ऐसा जरिया है जिसके जरिए हम वादी गुरेज को पूरी कश्मीर वादी के साथ जोड़े रखेंगे। ताकि हमारी वादी भी 12 महीने कश्मीर के साथ जुड़कर रहे और हमारा टूरिज्म भी प्रमोट होगा। चाहे विंटर स्पोर्ट्स हो या विंटर टूरिज्म हो।”))
कई लोगों का मानना है कि उचित बुनियादी ढांचा मुहैया कराया जाए तो गुरेज घाटी भी कश्मीर घाटी की दूसरी जगहों की तरह प्रमुख शीतकालीन पर्यटन केंद्र बन सकती है। तुलैल डीडीसी अजाज राजा ने कहा कि “आजकल जो भी टूरिस्ट बाहर से आते हैं। वो पसंद करते हैं गुरेज जाना, तो अब रफ्तार धीरे धीरे बढ़ रही है तो मेरी सरकार से गुजारिश है कि विंटर टूरिज्म के लिए भी कदम उठाएं क्योंकि विंटर टूरिज्म के लिए गुरेज में बहुत ज्यादा स्कोप है। मेरी गुजारिश रहेगी कि विंटर टूरिज्म के लिए भी व्यवस्था करे।”
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि सर्दियों में बेहतर सड़क संपर्क न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के मौके भी पैदा करेगा, जिससे गुरेज घाटी आर्थिक रूप से मजबूत होगी।