Jammu: एनसीसी यानी नेशनल कैडेट कोर की सेकेंड जे एंड के बटालियन ने अखनूर जिले के सोहल गांव में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत नशा जागरूकता रैली का आयोजन किया।
रैली का मुख्य मकसद बच्चों को नशे के खतरे से जागरूक करना, उन्हें इससे दूर रहने और स्वस्थ और अनुशासित जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
एनसीसी अधिकारी कंवर सिंह ने कहा कि “वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत, हमने क्लीननेस ड्राइव और एंटी ड्रग्स ड्राइव, अवेयरनेस ड्राइव जो है वो कंडक्ट करी थी। तो इसमें एनसीसी कैडेट ने गांव में लोगों को ड्रग्स के दुष्परिणामों के बारे में जागरित किया कि किस प्रकार ड्रग्स हैं, मादक पदार्थ जो हैं वो किस प्रकार, समाज को खोखला करते जा रहे हैं, यूथ को खोखला करते जा रहे हैं।”
रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ नारे लगाए और इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी। छात्र युवराज सिंह ने कहा कि “हमारे गांव में, कोई हमारे एक स्कूल में कोई अगर बुरी संगति है, वो बच्चे बाकी बच्चों को भी बिगाड़ेंगे। वो ऐसे धीरे-धीरे, हमारा पूरा गांव है, या पूरा यूथ है वो खोखली हो सकती है। आज की देखा जाए इंडिया की जो यूथ है, यंग लोग हैं, टीनएजर हैं, वो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं और अगर ये सभी यूथ जो है इन नशों में फंस जाएगी तो हमारे देश का आगे क्या होगा? हमारे देश की बुनियाद ही टूट जाएगी।
इसलिए ही हमने ये प्रोग्राम किया था। इसका मेन मकसद यही था कि हम जो नॉर्मल लोग हैं आम लोग हैं। उन्हें ड्रग अवेयरनेस के बारे में बता सकें।”
‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ देश के सीमावर्ती गांवों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और लोगों की आजीविका को बढ़ाने के लिए शुरू की गई एक सरकारी पहल है।