CRPF: सीआरपीएफ 126 बटालियन ने 30 छात्र-छात्राओं को 90 दिनों तक निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया। इस कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर के बारे में जानकारी दी गई ताकि वे उससे जुड़ी बातों का जान और समझ सकें क्योंकि यह आधुनिक समय की जरूरत है।
सीआरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक कार्यक्रम के लिए ऐसे बच्चों को चुना गया जिन्होंने कभी कंप्यूटर देखा तक नहीं था। उनका कहना है कि वे कंप्यूटर साक्षरता के भारत सरकार के मिशन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सीआरपीएफ के सीओ मनोज वर्मा ने बताया कि 126 बटालियन “यह सोच भारत सरकार की है, यह सोच भारत की सरकार के अंतर्गत आने वाली जो मिनिस्ट्रीज हैं गृह मंत्रालय, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी उसकी है और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कटिबद्ध है भारत सरकार के इस मिशन को पूरा करने के लिए जिसके तहत लिटरेसी यानी की कंप्यूटर लिटरेसी अगर हम वर्तमान परिस्थिति में, अभी मौके की स्थिति की बात करते हैं,
तो जो रियासी क्षेत्र जम्मू कश्मीर का, दूर-दराज क्षेत्र है, यहां पर रूरल एरियाज में बच्चे जिन्होंने शायद कभी कंप्यूटर, लैपटॉप देखा भी न हो, हमने उन बच्चों को इंगित किया, उनसे बात करी, उनको कुछ नहीं पता था कंप्यूटर के बारे में परंतु हमें लगा कि इनको हमें शिक्षित करना चाहिए।
तो 90 दिन का हमने सुनियोजित तरीके से पाठ्यक्रम तैयार किया एवं हमारे भारत सरकार के जम्मू सेक्टर सीआरपीएफ के सिविक एक्शन प्रोग्राम की जो एक स्कीम है, उसके तहत हमने ये कंप्यूटर अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया।”