Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू बेस कैंप से कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का छठा जत्था रवाना हो गया, जम्मू में भगवती नगर बेस कैंप से तड़के 8,600 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुए।
तीन जुलाई से शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान अब तक 70,000 से ज्यादा श्रद्धालु गुफा मंदिर के दर्शन चुके हैं। 8,605 तीर्थयात्रियों के छठे बैच में 6,486 पुरुष, 1,826 महिलाएं, 42 बच्चे, और 251 साधु और साध्विस शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि भागवती नगर बेस कैंप से 372 वाहनों में कश्मीर के जुड़वां बेस कैंप के लिए श्रद्धालु रवाना हुए।
तीर्थयात्रियों का यह सबसे बड़ा जत्था है, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू के भगवती नगर में यात्रा आधार शिविर से 5,892 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी। तीर्थयात्री दोपहर में कश्मीर घाटी पहुंचे जहां प्रशासन और स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
पंजीकरण के लिए काउंटरों पर भारी भीड़ है, जिसको देखते हुए अधिकारियों ने भीड़ को कम करने के लिए काउंटरों की संख्या के साथ-साथ रोजाना का कोटा भी बढ़ा दिया है।
3,000 से ज्यादा श्रद्धालु देश के अलग-अलग हिस्से से पंजीकरण के लिए जम्मू पहुंचे हैं। बाबा के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। “बम बम भले” और “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ आस-पास का माहौल काफी उत्साह से भरा हुआ है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बावजूद तीर्थयात्रियों में किसी तरह का डर नहीं है। उन्होंने कहा कि वो भगवान शिव से कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए प्रार्थना करेंगे।
इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए 3.5 लाख से ज्यादा लोगों ने अब तक ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जम्मू में 34 आवास केंद्र बनाए गए हैं और तीर्थयात्रियों को ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ ((रेडियो आवृत्ति पहचान या आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण के लिए बारह काउंटर लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र के अलग-अलग आवास केंद्रों में लखानपुर से बानहाल तक 50,000 से ज्यादा लोगों के लिए बोर्डिंग और लॉजिंग सुविधाएं दी गई हैं, उन्होंने कहा कि इसके लिए कुल 106 लॉजमेंट सेंटर बनाए हैं।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई है। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल 30 कंपनियां ज्यादा तैनात की गई हैं।