Amarnath Yatra: आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए बहुस्तरीय और व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। इन्हीं तैयारियों के तहत बुधवार को श्रीनगर के पंथा चौक स्थित यात्री निवास में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी तैयारियों को परखने के लिए कई तरह की आपातकालीन परिस्थतियों से निपटने का अभ्यास किया।
इसी प्रकार पहलगाम में सुरक्षा बलों ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इसमें संभावित आपातकालीन स्थितियों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया और तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर के लिए 38 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को कश्मीर घाटी में पहलगाम और बालटाल मार्गों से शुरू होगी।
अधिकारियों का कहना है कि इन अभ्यासों का उद्देश्य लोगों को यह भरोसा दिलाना है कि पवित्र तीर्थस्थल तक जाने वाला मार्ग सुरक्षित है और तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।
श्रीनगर एसएसपी जीवी संदीप चक्रवर्ती ने बताया कि “श्रीनगर पुलिस ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इन ड्रिल का मुख्य उद्देश्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना, किसी भी गलती की पहचान करना और उसे सुधारना है, जिससे जनता में विश्वास पैदा हो सके।
आज पुलिस, CAPF और SDRF ने संयुक्त रूप से IED ब्लास्ट, आतंकी हमला, गोलीबारी की घटना, सड़क दुर्घटना आदि जैसे कई परिदृश्यों का अनुकरण किया। इससे स्पष्ट संदेश यह है कि अमरनाथ यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है और प्रशासन किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
इसके साथ ही आईजीपी वीके बर्डी ने कहा कि जम्मू कश्मीर “जैसा कि आप जानते हैं, इस वर्ष श्री अमरनाथ यात्रा अगले सप्ताह से शुरू होने वाली है। इसकी तैयारियों के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर यात्रा के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है।
पिछले साल की तुलना में इस बार हमने सभी तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाए रखने के लिए अधिक बहुस्तरीय और गहन सुरक्षा उपाय लागू किए हैं ताकि यात्रा को और सुरक्षित और सुगम बना सकें”