Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ यात्रा और मुहर्रम की तैयारियों को लेकर बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि वो तैयारियों से संतुष्ट हैं, उन्होंने तीन जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया।
38 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा दो मार्गों से शुरू होगी – अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर का पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर का छोटा लेकिन अधिक ढलान वाला बालटाल मार्ग – जो 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाएगा। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले भगवती नगर से कश्मीर के लिए रवाना होगा।
उन्हें अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए प्रशासन द्वारा की गई आरएफआईडी, पंजीकरण केंद्रों, ठहरने के केंद्रों, लंगर सुविधाओं और अन्य प्रमुख तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा के लिए निर्धारित समय का प्रचार प्रसार करने को कहा, जो अमरनाथ यात्रा अवधि के दौरान तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए समान होगा।
अब्दुल्ला ने जम्मू संभाग में वर्तमान ग्रीष्म ऋतु के दौरान आवश्यक सेवाओं और आपूर्ति को लेकर प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए जम्मू में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
सीएम उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि “आज मैंने जम्मू में जो है गर्मियों को लेकर जो हालात हैं उसको लेकर जायजा लिया, मीटिंग ली।रीजनल कमिश्नर और तमाम अफसर थे उसमें, बैठक में खासकर अमरनाथ यात्रा और मोहर्रम के हवाले से व्यवस्थाओं के बारे में मैंने पूछा और मैं अपनी जगह मुतमईन (आश्वस्त) हूं कि जो तमाम इंतज़ामात जो उठाने चाहिए हमारी तरफ से, उनकी पूरी तैयारी हो गई है। हम यात्रियों का इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी यात्रा आरामदायक रहे।”