Amarnath yatra: आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए घोड़ों और टट्टुओं के पंजीकरण और टैगिंग की प्रक्रिया पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में शुरू हो गई है, अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगी।
प्रत्येक पशु को एक विशिष्ट पहचान टैग दिया जा रहा है, पशुपालन विभाग पंजीकृत टट्टुओं का निःशुल्क बीमा करवाता है। टट्टू की पहचान से लेकर टट्टूवाले के नाम तक सभी विवरण ट्रैकिंग और सत्यापन के लिए वेबसाइट पर अपलोड किए जा रहे हैं। पशु चिकित्सा सहायक सर्जन मुश्ताक अहमद भट ने कहा, “यात्रा के लिए हर साल 3,000 से ज्यादा घोड़ों का पंजीकरण किया जाता है… पंजीकरण अभियान 15 जून तक जारी रहेगा।”
स्थानीय लोग अपनी आजीविका के लिए यात्रा सीजन पर निर्भर हैं। टट्टू के मालिक तौसीफ ने कहा कि “हम तो रेडी हैं यात्रा आएगा तो हम तो निकलेगा घर से सेवा करने के लिए। एक दम एक दम और क्या पहलगाम तो खासकर डिपेंड करता है इसी पर खासकर पहले यहां पर टूरिज्म था। वो भी तो जो मसला है तो अब तो हम यात्रा पर ही हैं।”
पशु चिकित्सा सहायक सर्जन मुश्ताक अहमद भट ने बताया कि “यहां पर जो पहलगाम यहां बेस कैंप में रेजिस्ट्रेशन हो रहे हैं पोनीज का बोथ पेच पोनीज और राइडिंग पोनीज का। ये इसमें बकायदा इनके ये एक टैग लगता है जो यूनिक आईडी है और इनको यहां पर पोनी वालों को इंश्योरेंस इशू होता है जो कि फ्री ऑफ कॉस्ट है। इसका जितना भी प्रीमियम बनता है वो डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हसबेंडरी पेय करता है और इसके साथ-साथ जो इनका पूरा जो डिटेल्स है एक साइड पर चढ़ती हैं। जिसकी वजह से हम घोड़े और घोड़े वाले को और घोड़े को भी आइडेंटिफाई कर लेते हैं।”
इसके साथ ही पोनीवाला तौसीफ ने कहा कि “हम तो यह जो घोड़े का टैग है यह हम पर लगा था हमको यात्रा पर जाना है 2025 में। बस हम तो रेडी हैं यात्रा आएगा तो हम तो निकलेगा घर से सेवा करने के लिए। एक दम एक दम और क्या पहलगाम तो खासकर डिपेंड करता है इसी पर खासकर पहले यहां पर टूरिज्म था। वो भी तो जो मसला है तो अब तो हम यात्रा पर ही हैं।”