West Bengal: पश्चिम बंगाल में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से बांग्लादेशी नागरिकों के वापस अपने देश जाने का सिलसिला लगातार जारी है, ये बांग्लादेशी नागरिक वर्षों से पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे थे।
उत्तर 24 परगना जिले के हाकिमपुर गांव की सड़कों पर बांग्लादेशी नागरिक सीमा पार करके अपने देश लौटने का इंतजार कर कर रहे हैं, कई बांग्लादेशी नागरिकों का कहना है कि वे यहां पर छोटा मोटा काम करते थे और बिचौलियों को पैसा देकर पश्चिम बंगाल में आए थे।
स्थानीय लोगों का भी मानना है कि बांग्लादेशी नागरिकों का वापस पलायन पश्चिम बंगाल में चल रही एसआईआर की प्रक्रिया की वजह से ही हो रहा है, सीमा सुरक्षा बल के जवानों के मुताबिक, सत्यापन के बाद हर दिन लगभग 150-200 लोगों को वापस भेजा जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों का पलायन कभी नहीं देखा है। अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एसआईआर को लेकर राजनीतिक दलों के बीच तीखी बहस जारी है। ऐसे में बांग्लादेशी नागरिकों का पलायन भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
स्थानीय निवासी कृष्णपद दास ने बताया कि “हमने लोगों को इस तरह आते कभी नहीं देखा, जहां तक मेरी जानकारी है, मैंने ऐसा कभी नहीं देखा। वे इस तरह आएंगे या अब इस तरह चले जाएंगे, मैंने कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी। यहां हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कोई समस्या नहीं है, हम सब शांति से साथ रहते हैं। यहां कोई दंगा या झगड़ा नहीं हुआ है। हिंदू और मुसलमान दोनों भाई-भाई की तरह साथ रहते हैं। यहां कोई समस्या नहीं है।”