USA: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले के बीच 14 अप्रैल 2025 को व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। यह बुकेले की ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस में पहली आधिकारिक बैठक थी, और वे इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी नेता बने।
चर्चा का मुख्य विषय थे, आप्रवासन और आपराधिक प्रत्यर्पण, बैठक के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी नागरिकों को भी अल साल्वाडोर भेजने का प्रस्ताव दिया, विशेष रूप से उन लोगों को जिन्होंने गंभीर अपराध किए हैं। उन्होंने मजाकिया अंदाज में बुकेले से कहा कि उन्हें “पाँच और जेलें बनानी होंगी”। हालांकि, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने स्पष्ट किया कि यह अभी एक विचार है और कानूनी समीक्षा की प्रक्रिया में है।
किलमार अब्रेको गार्सिया का मामला, अल साल्वाडोर ने अमेरिकी नागरिक किलमार अब्रेको गार्सिया को गलती से डिपोर्ट किया था, जो अब अल साल्वाडोर की जेल में हैं। अमेरिकी अदालत ने उन्हें वापस लाने का आदेश दिया, लेकिन राष्ट्रपति बुकेले ने इसे “अवास्तविक” बताया और कहा कि उनके पास ऐसा करने की शक्ति नहीं है।
सुरक्षा सहयोग और आपराधिक गिरोहों से निपटना, दोनों नेताओं ने ट्रांज़नैशनल गिरोहों जैसे Tren de Aragua और MS-13 से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। अल साल्वाडोर ने अमेरिकी डिपोर्ट किए गए गिरोह के सदस्यों को अपनी जेलों में रखने के लिए तैयार किया है, जिससे दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग मजबूत हुआ है।
यह मुलाकात अमेरिकी-लैटिन अमेरिकी संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें आप्रवासन, सुरक्षा और आपराधिक न्याय जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि कुछ प्रस्ताव कानूनी और मानवाधिकारों के दृष्टिकोण से विवादास्पद हो सकते हैं, लेकिन यह बैठक दोनों देशों के बीच सहयोग और समझ को दर्शाती है।