Tahawwur Rana: NIA यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को 18 दिनों की हिरासत में ले लिया है। NIA की तरफ से जारी किए गए अधिकारिक बयान में कहा गया है कि हिरासत के दौरान राणा से आतंकी हमले के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए विस्तार से पूछताछ की जाएगी। NIA ने अमेरिका से राणा के सफल प्रत्यर्पण के बाद उसे नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को पटियाला हाउस स्थित NIA की विशेष अदालत में पेश किया था।
NIA की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राणा 18 दिनों तक NIA की हिरासत में रहेगा और इस दौरान एजेंसी उससे 2008 के घातक हमलों के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए विस्तार से पूछताछ करेगी। मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे और 238 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इससे पहले राणा को जेल वैन, बख्तरबंद विशेष वाहन और एक एम्बुलेंस सहित कई वाहनों के काफिले में पटियाला हाउस अदालत में लाया गया।
राणा को NIA के विशेष न्यायाधीश चंद्रजीत सिंह के समक्ष पेश किया गया। सूत्रों के अनुसार NIA ने विभिन्न ईमेल सहित पुख्ता सबूतों का हवाला देते हुए राणा से पूछताछ के लिए 20 दिनों की हिरासत का अनुरोध किया। एजेंसी ने अदालत को बताया कि 2008 के हमलों के पीछे की बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए राणा से पूछताछ जरूरी है।
एजेंसी ने अदालत को ये भी बताया कि हमलों की साजिश में उसकी भूमिका की जांच करनी है। NIA ने कहा कि आपराधिक साजिश के तहत, आरोपी नंबर एक डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले राणा के साथ पूरी साजिश (मुंबई आंतकी हमला) पर चर्चा की थी। वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और विशेष सरकारी अभियोजक नरेन्द्र मान ने NIA का प्रतिनिधित्व किया।
कार्यवाही से पहले न्यायाधीश ने राणा से पूछा कि क्या उसके पास कोई वकील है। राणा ने जब कहा कि उसके पास कोई वकील नहीं है, तो न्यायाधीश ने उसे बताया कि दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उसे वकील मुहैया कराया जा रहा है। इसके बाद, वकील पीयूष सचदेवा को उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने पहले अपना आदेश सुरक्षित रख लिया और फिर कुछ देर बाद उसे 18 दिनों के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया गया।