Sri Lanka: राष्ट्रपति चुनाव जारी, पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने डाला वोट

Sri Lanka: श्रीलंका के अहम राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई, 2022 में सबसे खराब आर्थिक मंदी के बाद द्वीप राष्ट्र की ये पहली बड़ी चुनावी प्रक्रिया है, लगभग 17 मिलियन लोग 13,400 से ज्यादा पोलिंग बूथों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे वोट डालने के लिए जल्दी पहुंचे और कहा कि देश लोगों के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की स्थिति में है।

चुनाव कराने के लिए 200,000 से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है, उनकी सुरक्षा के लिए 63,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई और शाम पांच बजे तक चलेगी, वोटर 38 राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में से किसी एक को चुनेंगे।

75 साल के रानिल विक्रमसिंघे, देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के अपनी कोशिशों की सफलता पर सवार होकर, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पांच साल के कार्यकाल के लिए फिर से चुनाव की मांग कर रहे हैं, जिसे कई विशेषज्ञों ने दुनिया में सबसे तेज रिकवरी में से एक माना है, त्रिकोणीय चुनावी मुकाबले में विक्रमसिंघे को नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के 56 साल अनुरा कुमारा दिसानायके और मुख्य विपक्षी नेता समागी जन बालवेगया (एसजेबी) के 57 साल के साजिथ प्रेमदासा से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा।

जैसे ही 2022 में श्रीलंका में आर्थिक आए आर्थिक संकट की वजह से तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश से भागना पड़ा। क्योंकि लोगों ने विद्रोह कर दिया था। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बेलआउट से जुड़े कठोर सुधारों से जुड़ी विक्रमसिंघे की पुनर्प्राप्ति योजना शायद ही लोकप्रिय थी, लेकिन इसने श्रीलंका को लगातार तिमाहियों में नकारात्मक वृद्धि से उबरने में मदद की है।

पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि “हमने सरकार और लोकतांत्रिक प्रणाली को एस्टेब्लिश कर दिया है, इसलिए अब हम इस पोजीशन में हैं कि लोग अपना भविष्य तय करने के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। ये जरूरी है कि हम लोकतंत्र की रक्षा करें और लोकतांत्रिक व्यवस्था को टूटने न दें, मुझे खुशी है कि मैं इसमें बड़ा योगदान दे सका।”

कोलंबो निवासियों का कहना है कि “अगर हमारे देश की नई पीढ़ी अनुभवी लोगों की बातों पर गौर कर सके, तो उनके पास इस देश के लिए एक बेहतर भविष्य होगा और वे अपनी राय के साथ-साथ जो भी जानकारी यूईएमएफएन करना चाहते हैं, उसमें खोए नहीं रहेंगे, यह उनके भविष्य के लिए खतरा हो सकता है।”

इसके साथ ही लोगों का कहना है कि “बहुत घबराया हुआ महसूस हो रहा है, हम एक बड़े आर्थिक संकट से उबर रहे हैं, इसलिए जाहिर तौर पर ये वोट इस देश के लिए बहुत अहम होने वाला है, यह महत्वपूर्ण समय है। थोड़े समय के भीतर, हम आधे-अधूरे उबर चुके हैं, लेकिन ऋण संकट में हैं और हमें बहुत कुछ चुकाना होगा।”

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