Paralympics: भारत ने पेरिस में शुरू हो रहे पैरालंपिक गेम्स के लिए 84 खिलाड़ियों का मजबूत दल भेजा है जिनसे उसे रिकॉर्ड मेडल जीतने की उम्मीद है, भारत ने 2021 में टोक्यो पैरालंपिक में पांच गोल्ड समेत रिकॉर्ड 19 मेडल जीते थे और वो मेडल टैली में 24वें नंबर पर रहा था।
इसके तीन साल बाद भारत का लक्ष्य गोल्ड मेडलों की संख्या दोहरे अंक में पहुंचाने और कुल 25 से ज्यादा मेडल जीतना है, भारत ने यह लक्ष्य इसलिए तय किया है क्योंकि इस बार उसका सबसे बड़ा दल इन खेलों में भाग लेगा। इसके अलावा भारतीय खिलाड़ियों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन करके उम्मीद बढ़ा दी है।
भारत ने पिछले साल हांग्जो एशियाई पैरा गेम्स में 29 गोल्ड समेत रिकॉर्ड 111 पदक जीते थे, इसके बाद मई में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने आधा दर्जन गोल्ड समेत 17 पदक जीते। एशियाई पैरा गेम्स में मेडल जीतने वाले कई खिलाड़ी पैरालंपिक टीम में शामिल हैं।
इनमें वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल (एफ64) और राइफल निशानेबाज अवनि लेखरा (10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1) जैसे टॉप स्टार शामिल हैं, यह दोनों टोक्यो में जीते गए अपने गोल्ड मेडल जीत का परफॉर्मेंस दोहराने की कोशिश में जुटे दिखेंगे, भारत के लिए पैरा-एथलेटिक्स टीम ने पहले भी बेहतरीन खेल दिखाया है।
इस बार भी एथलेटिक्स में हिस्सा ले रहे 38 खिलाड़ियों से देश को काफी उम्मीद है, मेडल जीतने के कई और दावेदारों में पैरा तीरंदाज शीतल देवी शामिल हैं, जो अपने पैरों से निशाना लगाती है। उनके अलावा होकाटो सेमा (शॉट पुट) और नारायण कोंगनापल्ले (रोवर) और कई दूसरे खिलाड़ी मेडल के दावेदार हैं, भारत इस बार 12 खेलों में भाग ले रहा है, जबकि टोक्यो में 54 सदस्यों की टीम ने नौ इवेंट में हिस्सा लिया था।
निशानेबाज मनीष नरवाल और बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पिछले पैरालंपिक में जीते गए अपने गोल्ड मेडल का बचाव करने के लिए उतरेंगे। सत्रह साल की उम्र में हादसे में अपने बाएं पैर को गंवाने वाले सुमित ने मई में पैरा वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था और वे पेरिस में उसी जगह पर 75 मीटर का आंकड़ा पार करने की उम्मीद कर रहे हैं जहां नीरज चोपड़ा ने इस महीने के शुरू में ओलंपिक सिल्वर मेडल जीता था।
लेखरा ने एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज के साथ टोक्यो में बेस्ट परफॉर्मेंस किया और दो मेडल जीते थे, उनके अलावा सिंहराज अधाना (सिल्वर और ब्रॉन्ज) ने भी दो मेडल हासिल किए थे लेकिन वे मौजूदा टीम में जगह नहीं बना सके। लेखरा पैरालंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं, वह अब पैरालंपिक में तीन मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल होना चाहेगी।