London: ब्रिटेन सरकार ने ऐलान किया कि लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाने के लिए अगले राष्ट्रीय चुनाव से पहले मतदान की आयु 18 साल से घटाकर 16 साल कर दी जाएगी। मध्य-वामपंथी लेबर पार्टी ने जुलाई 2024 में निर्वाचित होने से पहले ब्रिटेन की संसद के चुनावों में मतदान की आयु कम करने का संकल्प लिया था। स्कॉटलैंड और वेल्स पहले से ही 16 और 17 साल के बच्चों को स्थानीय और क्षेत्रीय चुनावों में मतदान करने की अनुमति देते हैं।
ब्रिटेन उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जहां मतदान की आयु 16 साल है, जैसे इक्वाडोर, ऑस्ट्रिया और ब्राजील।
ये कदम व्यापक सुधारों के साथ उठाया गया है, जिसमें संदिग्ध स्वामित्व वाली फर्जी कंपनियों को राजनीतिक दलों को दान देने से रोकने के लिए चुनाव प्रचार के वित्तपोषण नियमों को कड़ा करना शामिल है। लोकतंत्र मंत्री रुशनारा अली ने कहा कि ये बदलाव ब्रिटिश राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ सुरक्षा उपायों को मजबूत करेगा।
सरकार ने यह भी कहा कि वो स्वचालित मतदाता पंजीकरण शुरू करेगी और मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर पहचान के रूप में बैंक कार्ड का इस्तेमाल करने की अनुमति देगी।
पिछली कंजर्वेटिव सरकार ने 2022 में मतदाताओं के लिए फोटो पहचान पत्र दिखाना जरूरी कर दिया था, जिसके बारे में कहा गया था कि ये धोखाधड़ी से निपटने में मदद करेगा। आलोचकों का तर्क था कि इससे लाखों मतदाता, खासकर युवा, गरीब और जातीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोग, मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
चुनाव निगरानी संस्था चुनाव आयोग ने अनुमान लगाया है कि पिछले साल के चुनाव में लगभग 7,50,000 लोगों ने पहचान पत्र न होने के कारण मतदान नहीं किया था।
2024 के चुनाव में मतदान 59.7 प्रतिशत रहा, जो दो दशकों से भी ज्यादा समय में सबसे कम है। वामपंथी विचारधारा वाले थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च के प्रमुख हैरी क्विल्टर-पिनर ने कहा कि ये बदलाव “1969 के बाद से हमारी चुनावी प्रणाली में सबसे बड़ा सुधार” हैं, जब मतदान की उम्र 21 से घटाकर 18 की गई थी।
इन बदलावों को संसद द्वारा अनुमोदित किया जाना जरूरी है। अगला राष्ट्रीय चुनाव 2029 तक होना है। उप-प्रधानमंत्री एंजेला रेनर ने कहा, “बहुत लंबे समय से हमारे लोकतंत्र में जनता का भरोसा कम हुआ है और हमारी संस्थाओं में विश्वास कम होता गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम भागीदारी में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए कदम उठा रहे हैं ताकि ये पक्का हो सके कि ज्यादा लोगों को ब्रिटिश लोकतंत्र में शामिल होने का मौका मिले।”