Bhutan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान में आयोजित वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव के दौरान ‘कालचक्र एम्पॉवरमेंट’ समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक और पूर्व नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक भी उपस्थित थे।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “भूटान के महामहिम नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक और महामहिम चौथे द्रुक ग्यालपो जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के साथ ‘कालचक्र व्हील ऑफ टाइम एम्पॉवरमेंट’ का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला।” उन्होंने कहा कि ये समारोह जे खेनपो (भूटान के सर्वोच्च बौद्ध धर्मगुरु) की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिससे ये और भी विशेष बन गया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ये एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसका बौद्ध समुदाय के लिए विश्वभर में अत्यंत सांस्कृतिक महत्व है। ‘कालचक्र एम्पॉवरमेंट’ चल रहे वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव का हिस्सा है, जिसने भूटान में बौद्ध श्रद्धालुओं और विद्वानों को एक साथ लाया है।”
भूटान के राजा ने जारी किया बयान
भूटान के राजा ने आधिकारिक बयान जारी कर दिल्ली विस्फोट में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की है। साथ ही घटना में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। भारत सरकार ने भूटान सरकार के इस समर्थन और एकजुटता की तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक प्रोत्साहन कार्यक्रम सहित भूटान की 13वीं पंचवर्षीय योजना के प्रति भारत के समर्थन की पुष्टि की और भूटान को उसकी प्रमुख विकास प्राथमिकताओं को हासिल करने और सभी क्षेत्रों में सतत विकास को आगे बढ़ाने में सक्रिय रूप से मदद करने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान का अपना दो दिवसीय दौरा पूरा कर थिम्फू से भारत के लिए रवाना हो गए हैं। भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोग्बे ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी को विदाई दी।