America: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि देश निर्णायक मोड़ पर है और उन्होंने फैसला कर लिया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका नई पीढ़ी को मशाल सौंपना है। उन्होंने कहा कि “मैंने यह साफ कर दिया है, मेरा मानना है कि अमेरिका इतिहास के ऐसे मोड़ पर है, जहां हम जो भी फैसले लेते हैं वह आने वाले दशकों के लिए अमेरिका और दुनिया की किस्मत का फैसला करेगा। अमेरिका को चुनना होगा कि वो आगे जाना चाहता है या पीछे जाना चाहता है, उसे आशा और नफरत, एकता और विभाजन के बीच किसी एक को चुनना होगा।”
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि “हमें तय करना होगा कि क्या हम अब भी ईमानदारी, सहनशीलता, सम्मान, स्वतंत्रता, न्याय और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। ऐसे समय में हम उन लोगों को दुश्मन की तरह नहीं, बल्कि साथी अमेरिकियों के तौर पर देख सकते हैं, जिनसे हम असहमत हैं।”
उन्होंने कहा कि “मैंने तय किया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका नई पीढ़ी को मशाल सौंपना। यह सबसे अच्छा तरीका है देश को एकजुट रखने का। मैंने सार्वजनिक जीवन में लंबा समय गुजारा है लेकिन अब समय नई आवाज का है, जी हां, युवा आवाज की और यही सही समय है।”
इसके साथ ही कहा कि “कुछ ही महीनों में अमेरिकी लोग भविष्य की दिशा चुनेंगे। मैंने अपना मन बना लिया है, मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दिया है। मैं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को थैंक्यू कहना चाहता हूं। वे अनुभवी और सक्षम हैं। वह मेरी साथी और अमेरिका की नेता रही हैं। अब चुनाव आप पर, अमेरिका के लोगों पर निर्भर है।”
जो बाइडन ने कहा कि “मैंने यह साफ कर दिया है, मेरा मानना है कि अमेरिका इतिहास के ऐसे मोड़ पर है, जहां हम जो भी फैसले लेते हैं वह आने वाले दशकों के लिए अमेरिका और दुनिया की किस्मत का फैसला करेगा। अमेरिका को चुनना होगा कि वो आगे जाना चाहता है या पीछे जाना चाहता है, उसे आशा और नफरत, एकता और विभाजन के बीच किसी एक को चुनना होगा।”
उन्होंने कहा कि “हमें तय करना होगा कि क्या हम अब भी ईमानदारी, सहनशीलता, सम्मान, स्वतंत्रता, न्याय और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। ऐसे समय में हम उन लोगों को दुश्मन की तरह नहीं, बल्कि साथी अमेरिकियों के तौर पर देख सकते हैं, जिनसे हम असहमत हैं। मैंने तय किया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका नई पीढ़ी को मशाल सौंपना। यह सबसे अच्छा तरीका है देश को एकजुट रखने का। मैंने सार्वजनिक जीवन में लंबा समय गुजारा है लेकिन अब समय नई आवाज का है, जी हां, युवा आवाज की और यही सही समय है। कुछ ही महीनों में अमेरिकी लोग भविष्य की दिशा चुनेंगे। मैंने अपना मन बना लिया है, मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दिया है। मैं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को थैंक्यू कहना चाहता हूं। वे अनुभवी और सक्षम हैं। वह मेरी साथी और अमेरिका की नेता रही हैं। अब चुनाव आप पर, अमेरिका के लोगों पर निर्भर है।”