America: अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अमेरिका के संबंध अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राजनयिक दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका का दोनों देशों के साथ काम करना क्षेत्र और दुनिया के लिए अच्छी खबर है। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर भविष्य बनाने में मदद मिलेगी।
ब्रूस ने कहा, “मैं कहूंगी कि दोनों देशों के साथ हमारे रिश्ते जैसे पहले थे, वैसे ही बने रहेंगे, जो अच्छा है। और यही एक ऐसे राष्ट्रपति का फ़ायदा है जो सबको जानता है, सबसे बात करता है, और इसी तरह हम इस मामले में मतभेदों को एक साथ ला सकते हैं। इसलिए ये स्पष्ट है कि यहां के राजनयिक दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वे पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर की ट्रंप के साथ बैठक के बाद हथियारों की बिक्री के मामले में इस्लामाबाद को अमेरिकी सहायता में बढ़ोतरी की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रही थीं। ब्रूस से ये सवाल भी किया गया कि क्या ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रंप के संबंधों की कीमत पर हो रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुए संघर्ष का जिक्र करते हुए ब्रूस ने कहा कि साफ तौर से अमेरिका को पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष का अनुभव है, जो काफी भयानक रूप ले सकता था। उन्होंने कहा कि उप-राष्ट्रपति, राष्ट्रपति और विदेश मंत्री ने जो कुछ हो रहा था, उसकी प्रकृति को समझने के लिए तत्काल चिंता जताई और तत्काल कार्रवाई की.
टॉमी ब्रूस ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप, उप-राष्ट्रपति जे. डी. वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमलों को रोकने और फिर सभी पक्षों को एक साथ लाने के लिए काम किया ताकि हम एक स्थायी समझौता कर सकें। उन्होंने कहा कि ये एक बहुत ही गर्व का क्षण है और विदेश मंत्री रुबियो की प्रतिबद्धता का एक बहुत अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि अमेरिका के शीर्ष नेता “उस संभावित तबाही को रोकने” में शामिल थे। हालांकि भारत बार-बार ये कहता रहा है कि उसने और पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता के बिना अपनी सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद अपनी सैन्य कार्रवाइयां रोक दी थीं।